
नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी में जांच को कमलनाथ ने केवल खानापूर्ति बताया है। और कहा कि सरकार ने भी पेपर लीक होना स्वीकार कर लिया है।
नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर देशभर में इस परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक परेशान हो रहे हैं। वहीं विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने नीट परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अब तक की कार्रवाई को खानापूर्ति बताया है।
कमलनाथ ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि अब तक इतनी बात स्पष्ट हो चुकी है कि नीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ था और सरकार ने जिस तरह से NTA के महानिदेशक को हटाया है। परीक्षा में हुई कुछ गड़बड़ियों की जांच CBI को सौंपी है। उससे स्पष्ट है कि सरकार ने भी पेपर लीक होना स्वीकार कर लिया है।
अन्याय के शिकार हुए विद्यार्थियों को न्याय मिलता नहीं दिख रहा
पूर्व सीएम कमलनाथ में आगे लिखा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि पेपर लीक होने से सबसे ज़्यादा नुकसान उन अभ्यर्थियों का हुआ है जो इस परीक्षा में शामिल हुए थे। सरकार की अब तक की कार्रवाई से अन्याय का शिकार हुए इन छात्रों को कोई भी न्याय मिलता प्रतीत नहीं होता। हो सकता है कि सरकार की कार्रवाई से परीक्षा में धांधली करने वाले कुछ लोग कानून के शिकंजे में आ जाएं, लेकिन इससे उन छात्रों को कोई फायदा नहीं होगा जो योग्य होने के बावजूद नीट परीक्षा में सफल नहीं हो सके। इन अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने का एक ही तरीका है कि नीट की परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से आयोजित किया जाए। सरकार को इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाने के बजाय अभ्यर्थियों को न्याय देने का प्रश्न बनाना चाहिए और नए सिरे से परीक्षा करानी चाहिए।