
दमोह जिले में दो साल पहले हुई धोखाधड़ी के आरोपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। टीकमगढ़ से पकड़े गए आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं। इन्होंने दो साल पहले अजबधाम के महंत से धोखाधड़ी की थी।
दमोह जिले के प्रसिद्ध रामकौमार सरकार अजब धाम मंदिर फतेहपुर के महंत से धोखाधड़ी करने वाले आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। मंदिर निर्माण में ग्रेनाइट पत्थर देने के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी। आरोपियों को दमोह पुलिस ने टीकमगढ़ जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने सवा तीन लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। मामला दो साल पुराना है।
रविवार को पुलिस ने बताया कि 13 अगस्त 2022 को ग्राम फतेहपुर स्थित रामकौमार सरकार अजब धाम मंदिर के महंत पं. रामअनुग्रह दास ने लिखित आवेदन पुलिस को दिया था। बताया था कि जयप्रकाश अग्रवाल निवासी उदयपुर राजस्थान अपने परिवार सहित मंदिर में आकर कुछ दिन रुका था। जहां उसने खुद को ग्रेनाइट पत्थर का व्यापारी होना व स्वयं के पास पत्थर की खदानें होना बताया था। मंदिर में चल रहे निर्माण में ग्रेनाइट पत्थर भेजने के एवज में सवा तीन लाख रुपये नगद लिए और चला गया। उसके बाद पत्थर भेजने में बहानेबाजी करने लगा और मोबाइल नंबर भी बंद कर लिया। इसी के संबंध में पुलिस को आवेदन दिया था। पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया था।
एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देशन में सायबर सेल दमोह की मदद से लगातार आरोपियों को खोजने प्रयास किया गया। मुखबिरों की सटीक सूचना पर 22 जून को मामले के आरोपी जयदेव प्रसाद पिता केशरीलाल शर्मा (74), टिन्कू पिता जयदेव प्रसाद शर्मा (30) दोनों निवासी लुहारो का चौक सागौत जिला कोटा राजस्थान को ग्राम थाना टीकमगढ़ के धजरई से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ करने पर आरोपी जयदेव प्रसाद पिता केशरीलाल शर्मा से 165000 रुपये नगद व टिंकू पिता जयदेव प्रसाद शर्मा से 162000 रुपये कुल 327000 रुपये जब्त किए गए। आरोपियों को हटा न्यायालय में पेश किया गया।