
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा की शादी इन दिनों खूब चर्चा में है। वहीं, बाबा महाकाल की नगरी में भी एक सोनाक्षी ने शादी की, जिसको देखने के बाद लोग हैरान हैं। दरअसल, यहां एक मुस्लिम महिला ने पहले हिंदू धर्म अपनाया फिर शादी की।
एक ओर जहां अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी और परिवारजनों की मंजूरी के बाद मुंबई में जहिर से रजिस्टर्ड मैरिज कर ली है। वहीं, उज्जैन में मुस्लिम समाज की एक महिला ने पहले हिंदू धर्म अपनाया और उसके बाद वह उज्जैन में रहने वाले अनिकेत के साथ सात फेरे लेकर उसी की हो गई। मुंबई में भले ही अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा की शादी के चर्चा हो रहे। लेकिन उज्जैन में तो सनातन धर्म अपनाने वाली फरहा की शादी के चर्चे चौक चौराहे पर हो रहे हैं।
पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि उज्जैन निवासी फरहा खान अपनी बेटी जारा के साथ गंगाघाट स्थित श्री मौनतीर्थ पीठ में महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंदगिरि महाराज के पास पहुंची थी, जिसे डॉ. सुमनानंदगिरि से सनातन धर्म की दीक्षा ली। साथ ही सनातन धर्म अपनाने की बात कही थी, जिसके बाद धार्मिक नगरी उज्जैन में मंगलाष्टक और वैदिक विवाह मंत्रों की गूंज के साथ यह अनूठा विवाह हुआ, जिसमें फरहा से सोनाक्षी बनी वधू ने उज्जैन के ही अनिकेत चौबे के साथ सात फेरे लिए और दोनों ने एक दूसरे को वर माला पहनाई और त्रिजुगीनारायण की अग्नि के समक्ष फेरे लिए।
अनिकेत ने भी सोनाक्षी को बेटी जाह्नवी के साथ अपनाया और साथ-साथ रहने का वचन दिया। दोनों ने श्री मौन तीर्थपीठ में चल रहे 108 वर्षीय अखंड श्री महामृत्युंजय यज्ञ की परिक्रमा भी की। महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंदगिरि ने सोनाक्षी को श्रीरामचरितमानस भेंट कर सनातन धर्म के मार्ग पर चलने का आशीर्वाद लिया।
पहले हिंदू धर्म अपनाया फिर की शादी
आरंभ में हिंदू धर्म के विधान के अनुसार, फरहा खान ने महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंदगिरि महाराज से सनातन धर्म की दीक्षा ली और अपना नाम सोनाक्षी स्वीकार किया। पुत्री जारा का नाम भी परिवर्तित कर जाह्नवी अपनाया। दशविध स्नान और प्रायश्चित कर्म के अनंतर मंगलाष्टक मंत्रों के साथ सोनाक्षी ने सिंदूर से मांग भरी।
