
कलेक्टर कोचर ने प्रदर्शन कर रहे परिवार के लोगों से कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है। अगर, यहां बैठने से आरोपी पकड़ लिए जाएंगे तो वह चार नहीं चालीस घंटे भी बैठेंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो सकता। आप हमें काम करने देंगे तो आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे।
दमोह जिले के देहात थाना के बांसा तारखेड़ा गांव में हुए तिहरे हत्याकांड़ में परिजनों ने मंगलवार सुबह सड़क पर प्रदर्शन कर दमोह सागर स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। इस दौरान परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और अन्य लोगों पर मामला दर्ज करने की मांग की। खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद कलेक्टर, एसपी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया इसके बाद सड़क से हटे।
मृतक के परिजनों की मांग थी कि तत्काल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए और जो लोग इस हत्याकांड में शामिल हैं उनके खिलाफ भी एफआईआर की जाए। परिजनों को मनाने के लिए सबसे पहले दमोह एसडीएम आरएल बागरी मौके पर पहुंचे, लेकिन परिजनों ने कहा कि जब तक एसपी और कलेक्टर मौके पर नहीं पहुंचते वह कोई बात नहीं करेंगे।
इसके बाद कलेक्टर सुधीर कोचर और एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी भी मौके पर पहुंचे। परिजनों ने उन्हें बताया कि पहले भी हत्या की आशंका को लेकर उन्होंने पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। अब वह चाहते हैं कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो और जो भी अन्य लोग इस हत्याकांड में शामिल हैं, जिसमें बिल्डर रोकी सुरेका के द्वारा आरोपी राजा विश्वकर्मा को हथियार उपलब्ध कराए हैं, उस पर भी एफआईआर दर्ज की जाए।
मौके पर पहुंचे कलेक्टर कोचर ने परिवार के लोगों से कहा कि वह पूरा भरोसा रखें, पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। बहुत जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। अगर, यहां बैठने से आरोपी पकड़ लिए जाएंगे तो वह चार नहीं चालीस घंटे भी बैठेंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो सकता। आप हमें काम करने देंगे तो आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे। एसपी सोमवंशी ने भी परिवार के लोगों को भरोसा दिलाया और कहा कि जो भी लोग इस हत्याकांड में शामिल हैं उन सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी। जांच में जो भी लोग दोषी पाए जायेंगे उन पर मामला दर्ज किया जाएगा।
सोमवार को तीन लोगों की हुई थी हत्या
बता दें बांसा गांव में सोमवार सुबह होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा की गर्दन काटकर और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके बाद आरोपियों ने रमेश के बेटे उमेश और भतीजे विक्की पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उनकी भी हत्या कर दी थी। इस हत्या का आरोप परिवार के राजा विश्वकर्मा उसके भाई सजल विश्वकर्मा और गोलू विश्वकर्मा पर लगा है। एक महीने पहले हुए विवाद में यह तिहरा हत्याकांड हुआ है। मृतक सैनिक रमेश विश्वकर्मा ने एक महीने पहले ही आरोपियों से अपनी जान को खतरा बताते हुए एसपी और कलेक्टर को आवेदन दिया था।
आज सुबह किया गया अंतिम संस्कार
मृतकों के पोस्टमार्टम में डॉक्टर को काफी समय लगा है। क्योंकि मृतक रमेश विश्वकर्मा और भतीजे विक्की के शरीर में सिर में गोलियां फंसी थी, जो एक्सरे में तो दिखाई दे रही थी, लेकिन शरीर में नहीं मिल रही थीं। आरोपियों ने इतनी अधिक गोलियां मृतकों पर चलाई थी कि पूरा शरीर गोलियों से छलनी हो गया था। दो मृतकों के शरीर में तीन गोलियां फंसी थी और उन्हें निकालते निकालते दोपहर से शाम के 7 बज गए। जब गोली शरीर से बाहर आ गई उसके बाद शव को जिला अस्पताल के शवगृह में रखवाया दिया था। मंगलवार सुबह तीनों मृतकों के अंतिम संस्कार किया गया।