
समाज सेवी संतोष भारती ने बताया कि समाज तेरहवीं के पक्ष में था, लेकिन पिता और दादा ने इस परंपरा के विपरीत जाकर समाज को एक नया संदेश दिया है। वे मृत्यु भोज की जगह 4 से 5 गांव में युवाओं को हेलमेट भेंट करेंगे।
दमोह जिले के जबेरा तहसील के ग्राम चंडी चौपरा गांव के रहने वाले संकेत सिंह लोधी की सड़क हादसे में मौत हो गई। अब उसके पिताने तेरहवीं में हेलमेट बांटने का संकल्प लिया है। इस कार्य की लोग सराहना भी कर रहे हैं। ताकि, हेलमेट नहीं पहनने के कारण किसी और युवक की जान न जाए।
दरअसल, 15 जून को संकेत की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। 25 जून को समाज के लिए मृत्यु भोज के साथ तेरहवीं का कार्यक्रम होना था। समाज ने भोज का आयोजन करना प्रस्तावित किया था, लेकिन मृतक के पिता दौलत सिंह और दादा नन्हें सिंह ने तेरहवीं की जगह हेलमेट बांटने का निर्णय लिया है। परिवार के लोग श्रद्धांजलि सभा करेंगे और इस बीच युवाओं को हेलमेट भेंट करेंगे।
बेटे ने पहना होता हेलमेट तो बच जाती जान
मृतक संकेत के पिता दौलत सिंह ने बताया कि बेटे ने हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच जाती। यह हमारी कमजोरी रही कि हमने बेटे को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित नहीं किया। अब हम ऐसा नहीं होने देंगे। जो लोग बाइक चलाते समय हेलमेट नहीं पहनते हैं उनका चयन कर हम उन्हें हेलमेट भेंट करेंगे। इसकी शुरुवात 25 जून को चंडी माता मंदिर परिसर चंडी चौपरा से होने जा रही है। पिता तेरहवीं की जगह हेलमेट बांटने की मुहिम प्रारंभ कर रहे हैं। वे मंगलवार को एक साथ 60 से ज्यादा युवाओं को हेलमेट दे रहे हैं।
समाज सेवी संतोष भारती ने बताया कि समाज तेरहवीं के पक्ष में था, लेकिन पिता और दादा ने इस परंपरा के विपरीत जाकर समाज को एक नया संदेश दिया है। वे मृत्यु भोज की जगह 4 से 5 गांव में युवाओं को हेलमेट भेंट करेंगे।