
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित लोकतंत्र सेनानी प्रादेशिक सम्मेलन में बड़ी घोषणा की। स्कूलों के कोर्स में आपातकाल के संघर्ष की गाथा को शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री निवास पर बुधवार को लोकतंत्र सेनानी प्रादेशिक सम्मेलन का का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने दीप प्रज्वलित कर तथा भारत माता ,नानाजी देशमुख और जयप्रकाश नारायण के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सम्मेलन वंदे मातरम गान के साथ प्रारंभ हुआ। सीएम ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोकतंत्र सेनानियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कई बड़ी घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने एलान किया कि स्कूलों में आपतकाल का संघर्ष पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सबका फर्ज बनता है कि उस काल को भविष्य की पीढ़ी से भी परिचित कराया जाए ओर उनके संघर्ष को नमन किया जाए।
सर्किट हाउस में 50 प्रतिशत रियायत पर आवास सुविधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को राज्य के सर्किट हाउस में 50 प्रतिशत रियायत पर आवास सुविधा तीन दिन तक मिलेगी। शेष रह गए सेनानियों का सम्मान स्वरूप ताम्र पत्र प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि टोल नाकों पर टैक्स की छूट प्रदान होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीसाबंदियों के आयुष्मान कार्ड पर इलाज पर हुए व्यय के भुगतान पर विलंब नहीं होगा।
एयर टैक्सी में 25 प्रतिशत की मिलेगी छूट
उनको इलाज के लिए बड़े अस्पताल या अन्य महानगर जाने के लिए एयर एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। गंभीर रोग अथवा गंभीर रूप से हुई स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में यह सुविधा दी जाएगी। प्रदेश के दूरस्त नगरों तक संचालित एयर टैक्सी सुविधा में 25 प्रतिशत की रियायत प्रदान की जाएगी। स्वतंत्रता सेनानियों की तरह सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार की व्यवस्था होगी। पूर्व में आठ हजार रुपए की राशि दी जाती थी। अब यह राशि 10 हजार होगी। मीसा बंदियों के बच्चों/ परिजन को विभिन्न उद्योग और निवेश की योजनाओं से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।