
संजय जैन ने बताया कि यह अस्पताल भवन करीब 100 साल पुराना था, जिसमें शासकीय अस्पताल संचालित होता था। लेकिन धीरे-धीरे यह जर्जर होता चला गया और साल 1982 में इसका उपयोग बंद कर दिया गया।
दमोह जिले के हटा ब्लॉक में अंग्रेजों के समय बने शासकीय अस्पताल भवन को बुधवार सुबह गिराकर जमींदोज किया गया। यह भवन खंडहर में तब्दील हो चुका था और हादसा होने का खतरा बना रहता था। इसलिए बारिश के पहले इस प्राचीन इमारत को गिरा दिया गया।
बता दें जिले में जहां भी इस तरह में शासकीय भवन जो खंडहर में तब्दील हो चुके हैं, उन्हें गिराने का कार्य शुरू किया गया है। पिछले दिनों में हटा में सराय को गिराकर यह कार्य आरंभ कर दिया गया है। कलेक्टर सुधीर कोचर ने आपदा प्रबंधन की जिला स्तरीय बैठक में खंडहर हो चुके पुराने भवनों की सूची तलब कर उनके गिराने के आदेश सभी अधीनस्थ अमले को दिए थे। इसी क्रम में बुधवार को हटा के हजारी घाट पर अंग्रेजों के समय में बने पुराने शासकीय अस्पताल भवन को गिराया गया।
नगर पालिका का अमला जेसीबी लेकर यहां पहुंचा था और करीब दो घंटे में इस भवन को गिरा दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की मौजूदगी रही, जो इस अस्पताल भवन को अपनी आंखों के सामने गिरते हुए देख रहे थे। इस कार्य के लिए सोमवार से पूरे नगर में मुनादी भी कराई गई थी, ताकि जो लोग पुरानी अस्पताल परिसर का उपयोग कर रहे हों परिसर खाली कर दें।
स्थानीय निवासी संजय जैन ने बताया कि यह अस्पताल भवन करीब 100 साल पुराना था, जिसमें शासकीय अस्पताल संचालित होता था। लेकिन धीरे-धीरे यह जर्जर होता चला गया और 1982 में इसका उपयोग बंद कर दिया गया और सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में शासकीय अस्पताल संचालित होने लगा। यह पुराना अस्पताल का भवन खंडहर हो गया था, जिसे बुधवार को गिरा दिया गया।