
बच्चे राघव के पिता जितेन्द्र परमार कहते हैं कि राघव ने जब से बोलना सीखा, वह तभी से हनुमान चालीसा गुनगुनाने लग गया था। तीन साल की उम्र पूरी होने तक उसे हनुमान चालीसा याद हो गया है।
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के छोटे से गांव हीरापुर का तीन साल मासूम बच्चा कमाल कर रहा है। वह एक सांस मेंपूरी हनुमान चालीसा सुना देता है। तोतली भाषा में हनुमान चलीसा बोलते हुए मासूम बच्चे का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
भगवान हनुमान की भक्ति के सामने हर कोई अपना सिर झुकता है। लोग हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए चालीसा का पाठ करते हैं। माना जाता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से बजरंगबली महाराज प्रसन्न होते हैं और वे संकट से बचाने के साथ-साथ हर मनोकामना पूरी करते हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक छोटे बच्चे को हनुमान चालीसा का पाठ करते देखा जा रहा है।
दरअसल, जिला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर स्थित हीरापुर गांव के किसान जितेंद्र परमार के तीन साल के बेटे राघव के हनुमान चालीसा सुनाने के कमाल का हर कोई दीवाना हो रहा है। राघव एक सांस में अपनी तोतली भाषा में हनुमान चालीसा सुना देता है।
समाजसेवी और किसान एमएस मेवाड़ा बताते हैं कि मासूम राघव को हनुमान चालीसा कंठस्थ होने के संस्कार अपने परिवार से मिले। बच्चे का हनुमान चालीसा सुनाना तेजी से चर्चा में आ रहा है। राघव के पिता जितेन्द्र परमार कहते हैं कि राघव ने जब से बोलना सीखा, वह तभी से हनुमान चालीसा गुनगुनाने लग गया था। वह प्रतिदिन हनुमान मंदिर जाता है। तीन साल की उम्र पूरी होने तक उसे हनुमान चालीसा याद हो गया है। वह कुछ मिनटों में पूरा हनुमान चालीसा सुना देता है।