
तेंदूखेड़ा एसडीम अविनाश रावत ने बताया कि कोर्ट के पीछे उनके चैंबर में सांप घुस आया था। उसे पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है।
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा एसडीएम कार्यालय में मंगलवार को एक नागिन घुस गई। जिसे देखते ही कर्मचारियों ने दौड़ लगा दी। सांप यहां-वहां भाग रहा था, जिसकी सूचना सर्प विशेषज्ञ को दी गई। कुछ देर बाद पहुंचे सर्प विशेषज्ञ ने नागिन को पकड़ा और फिर जंगल में ले जाकर छोड़ दिया।
मंगलवार की सुबह कर्मचारी ने एसडीएम कार्यालय का गेट खोला तो उसकी नजर दीवार से सटकर बैठी एक नागिन पर पड़ी। जिसे देख वहां मौजूद अन्य कर्मचारी भी दहशत में आ गए और सभी अधिकारी और कर्मचारी एसडीएम का चेंबर छोड़कर बाहर निकल आए। उन्होंने तत्काल सर्प विशेषज्ञ अरविंद सेन को बुलाया। कुछ ही देर में सर्प विशेषज्ञ ने कार्यालय से नागिन को पकड़कर बम्हौरी के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। जैसे ही नागिन को पकड़ा उसने फन फैला लिया। अरविंद ने बताया यह नागिन बहुत जहरीली होती है, यदि किसी को यह डस लेती और उसे समय पर इलाज न मिलता तो उसकी मौत हो सकती थी।
पीछे बाले कक्ष में थी नागिन
कर्मचारियों ने बताया एसडीएम कार्यलय में पहले कमरे में कोर्ट है और उसके पीछे बाले कमरे में एसडीएम अविनाश रावत बैठते हैं। नागिन को सुबह ग्यारह बजे लिपिक द्वारा देखा गया, जब वह किसी कार्य के लिए उस कक्ष में गए थे । नागिन होने की जानकारी लगते ही कर्मचारियों में हड़कंप का माहौल बन गया। नागिन के पकड़ जाने के बाद ही कर्मचारियों ने अपना कार्य शुरू किया। तेंदूखेड़ा एसडीम अविनाश रावत ने बताया कि कोर्ट के पीछे उनके चैंबर में सांप घुस आया था। उसे पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है।