
पन्ना जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी विद्यासागर उपाध्याय ने कहा कि यह मामला जांच का विषय है। जांच करके पता लगाएंगे कि आखिर 108 एंबुलेंस को फोन किया गया था या नहीं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मध्य प्रदेश शासन द्वारा गरीबों को राहत पहुंचाने और उनके कल्याण के कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों को इनका लाभ आज भी नहीं मिल पा रहा है। इस कारण मंगलवार को पन्ना जिले में दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई। प्रसूता को रायपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। लेकिन, एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण दो नवजात बच्चों ने दम तोड़ दिया।
मामला पन्ना जिले के रैपुरा थाना अंतर्गत ग्राम बिलपुरा का है। उदयपाल सेन ने बताया कि 108 एंबुलेंस के लिए उन्होंने 3 बार कॉल किया। लेकिन, एक घंटा बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस बिलपुरा गांव नहीं पहुंची। एंबुलेंस वाले ने कहा कि दूर होने के कारण एंबुलेंस नहीं आ सकती। इस कारण परिजनों को प्रसूता की डिलेवरी घर में ही करानी पड़ी, जिससे दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई।
उदयपाल सेन ने बताया कि घर की गरीब स्थिति के कारण उनके बड़े भाई रामसजीवन सेन जीवन यापन और पैसा कमाने के लिए बाहर काम करने गए हुए हैं। 108 एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण यह घटना घटित हो गई।
पन्ना जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी विद्यासागर उपाध्याय ने कहा कि यह मामला जांच का विषय है। जांच करके पता लगाएंगे कि आखिर 108 एंबुलेंस को फोन किया गया था या नहीं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।