
ख़बर रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा क्षेत्र की पूर्वी सीमा में बसे ग्राम जरहा से है जहाँ पर इन दिनों पीने के पानी का संकट विगत दो – तीन महीनों से उत्पन्न है, जिसका कारण जरहा प्लाट (हरिजन -आदिवासी )बस्ती में राम मिलन साकेत पिता स्व. श्री रामधारी साकेत के घर के पास लगे हैण्डपम्प का विगड़ा होना है।।ग्रामीणों के अनुसार उपरोक्त ख़राब पड़े हैण्डपम्प की मरम्मत हेतु सम्बंधित विभाग में कई बार मौखिक तौर से शिकायत की गई साथ ही 181(सी. एम. हेल्पलाइन )में भी शिकायत दर्ज करवाई गई लेकिन समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है,,, विचारणीय बिंदु तो ये है आज समूचे रीवा जिले में ही नहीं अपितु पुरे मध्यप्रदेश में ही वर्षा जनित वीमारिया डायरिया, हैजा आदि का प्रकोप चरम पर है जिसका सबसे बड़ा कारण गंदे पानी का इस्तेमाल करना ही है, फिर भी ख़राब या बंद पड़े हैंडपम्पो के सुधार के प्रति स्थानीय प्रशासन गंभीर क्यों नहीं है.।।स्थानीय ग्रामीण जनों की माने तो, सम्बंधित हैंडपम्प के खराब होने के कारण सभी लोग, बच्चे, बूढ़े, बरसाती नाले का पानी इस्तेमाल करने क़ो मजबूर हैं जिस वजह से संक्रामक बीमाँरिया होना संभावित है..। ग्राम जरहा प्लाट (हरिजन -आदिवासी )बस्ती के लोगों नें सम्बंधित विभाग के वरिष्ट अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग की है की सम्बंधित विगड़े हुए हैंडपम्प की तत्काल मरम्मत करवाई जाय ताकि आम जन मानस क़ो पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके।।