
पन्ना जिले में नई आबकारी नीति के तहत विवाद बढ़ता जा रहा है। बघवार कला, भरवारा और तखोरी गांव के लोगों ने शराब दुकान के विरोध में मोर्चा खोल दिया है।
सोमवार रात करीब 9 बजे सैकड़ों महिलाएं, पुरुष और बच्चे लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए। उनका कहना है कि गांव में शराब दुकान खोलने से माहौल खराब होगा। ग्रामीणों को जानकारी मिली है कि 1-2 दिन में शराब दुकान को गांव में शिफ्ट किया जा सकता है।
आशीष शिवहरे समूह को 1 अप्रैल 2025 से जिले में 39 शराब दुकानों के संचालन का टेंडर मिला है। कुछ दुकानों के स्थान में बदलाव किया गया है। महिलाओं ने पहले भी शासन-प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर गांव के पास शराब दुकान न खोलने की मांग की थी।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि वे किसी भी कीमत पर गांव में शराब दुकान नहीं खुलने देंगे। महिलाओं ने कहा कि वे पूरी रात चौकसी करेंगी। यदि कोई दुकान खोलने की कोशिश करेगा तो उसे विरोध का सामना करना पड़ेगा।
आबकारी अधिकारी मुकेश मौर्य ने कहा कि बघवार व तखोरी गांव के समीप एक शराब दुकान प्रस्तावित है। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थानीय लोगों की आपत्ति को देखते हुए लाइसेंसी ठेकेदार से बातचीत कर वैकल्पिक समाधान निकाला जाएगा।