
भूत-प्रेत, घर में कलह से बचाने के नाम पर कई लोगों से करोड़ों रुपए ऐंठने वाले गिरोह के सरगना को कैंट पुलिस ने उस समय दबोजा जब वह छिपकर अपने परिवार वालों से मिलने के लिए आया था। पांच हजार का इनामी ठग अरुण दुबे रविवार को मुंह पर कपड़ा लपेटकर अपनी पत्नी के साथ एक्टिवा में बलदेवबाग से जब गढ़ा फाटक तरफ जा रहा था, उसी दौरान मोबाइल लोकेशन और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
अरुण दुबे का छोटा भाई वरुण दुबे जो कि उसके साथ ठगी में बराबर साथ देता था, वह अभी फरार है। अरुण दुबे अपने भाई और दोस्त सचिन उपाध्याय के साथ मिलकर पहले तो लोगों के घर जाकर पूजा-पाठ करता और फिर घर में वास्तु दोष, भूत-प्रेत का साया के नाम पर करोड़ों रुपए ठगने के बाद से फरार हो गया था। तीनों के खिलाफ शहर के गोरा बाजार,कैंट और गोहलपुर थाने में शिकायत दर्ज है।
कैंट थाना प्रभारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि भारत माता चौक के पास रहने वाले सिकंदर कनौजिया ने 2 जुलाई 2023 को थानें में आकर शिकायत दर्ज करवाई थी कि घर में झाड़-फूंक और भूत-प्रेत का साया दूर करने के नाम पर अरुण दुबे ने अपने साथी सचिन उपाध्याय और भाई वरुण दुबे के साथ मिलकर घर में पूजा की और फिर परिवार वालों को इस कदर डराया कि उन्होंने 14 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी जब घर में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो इसका शक हुआ। सिकंदर ने जब अरुण दुबे और उसके साथियों की प्रोफाइल तलाश की तो पता चला इन लोगों ने दो दर्जन से अधिक लोगों के साथ ठगी करते हुए करोड़ों रुपए वसूल है। पुलिस पूछताछ में आरोपी अरुण दुबे ने यह भी कबूल किया है कि कई व्यापारी और पुलिस अधिकारियों के घर पर भी पूजा करने के नाम पर इन लोगों ने लाखों की ठगी की है।
42 वर्षीय अरुण दुबे 10 वीं तक पढ़ा हुआ है,17 साल पहले उसने ज्योतिष विद्या सीखी, शुरुआत में लोगों को उनकी राशि के नाम पर रत्न दिया करता था। बाद में भूत-प्रेत के नाम पर लोगों को इस कदर डराने लगा कि इसके झांसे में व्यापारी,ड़ाक्टर, इंजीनियर यहां तक कि पुलिस अधिकारी भी आने लगे। अरुण दुबे की गैंग का नेटवर्क सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश में भी फैला हुआ है। भूत-प्रेत के नाम पर लोगों को डराने वाली गैंग का खुलासा 2021 में तब हुआ जब तिलहरी निवासी विजेंद्र ने एसपी ऑफिस और गोराबाजार थाने जाकर लिखित में शिकायत दर्ज करवाई थी। विजेन्द्र के परिवार से इन ठगों ने ना सिर्फ एक करोड़ रुपए नगद लिए बल्कि एक घर तक बनवाया,जिसमें कहा गया कि जितने भी भूत-प्रेत है उनको लाकर उसमें रखा जाएगा।
कैंट थाना पुलिस ने गढ़ा फाटक से अरुण दुबे को गिरफ्तार किया है। पुलिस आज उसे कोर्ट में पेश करेगी। वहीं गोराबाजार और गोहलपुर थाना पुलिस को जब जानकारी मिली की अरुण दुबे गिरफ्तार हुआ है तो अब दोनों ही थानों को पुलिस अपने-अपने केस में पूछताछ के लिए जल्द ही कोर्ट से रिमांड भी लेगी। फिलहाल अरुण दुबे का छोटा भाई वरुण दुबे जो कि फरार है, पुलिस उसे भी तलाश कर रही है।