
राज्य सरकार ने नर्मदा नदी के 50 मीटर तक शराब बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है, इसके बावजूद भी धड़ल्ले से घाट पर अवैध शराब बेची जा रही है, इतना ही नहीं गौरी घाट से लगे कई घरों में शराब बेची भी जा रही है, और पिलाई भी जा रही है, जिसके हाल ही में कुछ वीडियो भी सामने आए थे। शुक्रवार को मध्य भारत मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिला आबकारी कार्यालय का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शराब के बोतल की माला आबकारी अधिकारी को भेंट करने की कोशिश भी की।
मध्य भारत मोर्चा के प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में आबकारी कार्यालय के बाहर पुलिस और आबकारी विभाग का बल तैनात रहा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर अब घाट पर अवैध शराब बेची जाती है, तो फिर इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और आबकारी विभाग की होगी, जिसके बाद ना सिर्फ उग्र आंदोलन किया जाएगा, बल्कि जिले के जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी प्रदर्शन किया जाएगा।
दरअसल दो दिन पहले मध्य भारत मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नर्मदा नदी के गौरी घाट में अवैध रुप से शराब बेचते और खरीदते हुए का वीडियो बनाया और फिर ग्वारीघाट पुलिस सहित आबकारी विभाग को वह वीडियो सौंपा गया, इसके बाद भी जब घाट पर अवैध शराब बिकने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा तो नाराज कार्यकर्ताओं ने आज जिला आबकारी कार्यालय को घेरा। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि जबलपुर पुलिस और आबकारी विभाग के शह पर अवैध शराब नर्मदा नदी के घाट पर बेची जा रही है। मोर्चा के सचिव आशीष मिश्रा ने बताया कि नर्मदा नदी के आसपास शराब पर सरकार ने भले ही पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा हो, पर ये दावे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे है, क्योकिं सालों से नर्मदा नदी के आसपास बने घरों में शराब बेची भी जा रही है और पिलाई भी जा रही है, जिसके लगातार वीडियो सामने आ रहे है, इसके बाद भी पुलिस और आबकारी कार्रवाई नहीं कर रही है
मध्य भारत मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने आबकारी अधिकारियों को वह वीडियो भी दिखाए, जिसमें कि घरों से शराब बेची जा रही है और पिलाई भी जा रही है, यह सिलसिला बीते दो सालों से चल रहा है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि अभी तक तो घरों में शराब बिक रही थी, पर अब तो नर्मदा नदी के घाट पर शराब बेची जा रही है। मध्य भारत मोर्चा का आरोप है कि जब कभी आबकारी विभाग कार्रवाई करता है तो वो सिर्फ खानापूर्ति के लिए जो कि साल, छह माह में एक बार होती है। मोर्चा के सचिव ने चेतावनी दी है कि अगर वीडियो देखने के बाद भी नर्मदा नदी में अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तो जिला में आंदोलन होगा, और जो जबलपुर के जनप्रतिनिधि है, उनका भी खंदारी नाले में जाकर पिंडदान करेंगे, क्योंकि वो हमारे लिए मरे समान हो गए है।
मध्य भारत मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नर्मदा नदी के घाट पर मिली शराब की खाली बोतल के साथ नकली नोट भी लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। करीब आधे घंटे तक जिला आबकारी कार्यालय का घेराव करने के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए बताया कि लगातार हमारा विभाग कार्रवाई कर रहा है। आबकारी अधिकारी ने बताया कि पांच माह के भीतर नर्मदा नदी के आसपास 35 से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए है, दो लोगों को जेल भेजा गया, इसके साथ कई वाहनों को जब्त भी किया गया। वही नर्मदा नदी के घाटों का वीडियो वायरल होने को लेकर आबकारी विभाग के अधिकारियों ने अपनी अनभिज्ञता जाहिर की है।