
जबलपुर के जसूजा सिटी में शनिवार रात एक गरबा पंडाल में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। इलाके के एक गरबा पंडाल में विशेष समुदाय के लोगों को बाउंसर के रूप में तैनात किया गया था। सूचना पर गरबा पंडाल में पहुंचे विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
दरअसल, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को जानकारी लगी कि एक विशेष समुदाय के लोगों को ना सिर्फ गरबा महोत्सव में बाउंसर बनाया गया है, बल्कि कुछ लोग बिना आधार कार्ड और जानकारी के गरबा पंडाल में घुसे हुए है। विश्व हिन्दू परिषद के प्रचार प्रमुख ने कार्यकर्ताओं के साथ जब जानकारी लेनी चाही तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी से उनकी झड़प हो गई।
इस बीच पुलिस और विहिप के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बहस और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। घटना की जानकारी लगने पर संजीवनी नगर थाना प्रभारी मौके पर पहुंची। विहिप कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में चल रहे गरबा महोत्सव में आखिर विशेष समुदाय के लोगों को बाउंसर बनाकर क्यों तैनात किया गया।
नियमों का पालन नहीं हो रहा
विश्व हिन्दू परिषद के प्रचार प्रमुख सुमित सिंह ठाकुर का कहना है कि जसूजा सिटी में हो रहे गरबे में आयोजकों ने प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का प्लान नहीं हो रहा। विशेष समुदाय के लोगों को बिना किसी जानकारी के एंट्री दी जा रही थी। गरबा महोत्सव में वेस्टर्न गाने चलाए जा रहे थे। पंडाल परिसर में पुलिस के तैनात होने के बावजूद आखिरकार वो लोग अंदर कैसे चले गए।
एंट्री की व्यवस्था आयोजक की जवाबदारी
पूरे मामले को लेकर संजीवनी नगर थाना पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि गरबा में कौन अंदर जा रहा है, और कौन बाहर जा रहा है, ये देखने का काम संस्था का है, ना कि हमारा, इतना सुनते ही कार्यकर्ता और भड़क गए और विवाद की शुरू हो गया।