
तेंदूखेड़ा ब्लॉक में धान की फसल में भूरा माहू नामक कीट लग गया है। इससे खेत में खड़ी फसल खुद-ब-खुद सूख गई है। अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे और किसानों को कीट लगने की जानकारी दी। पिछले माह हुई बारिश के कारण धान की फ़सल में कीड़े लगे हैं।
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक में धान की सबसे अधिक फसल उगाई जाती है, लेकिन इस बार खेतों में खड़ी फसल पर भूरा माहू नामक कीट का प्रकोप हो गया है। इस कीट के कारण फसल अचानक सूखने लगी है। गुरुवार को जब कृषि विभाग के अधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंचे, तब किसानों को कीट से हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी गई।
पिछले महीने हुई भारी बारिश के बाद तेंदूखेड़ा ब्लॉक के कई गांवों में किसानों की धान की फसल में कीट लग गए थे, जिससे फसल जमीन पर गिरकर खराब हो गई। किसानों ने इस स्थिति की शिकायत कृषि विभाग में की थी। शिकायत के बाद कृषि विभाग के अधिकारी किसानों के खेतों में पहुंचे और निरीक्षण किया।
बमोहरी गांव के किसान संतोष यादव ने बताया कि उसकी फसल अचानक सूख गई और अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद फसल का नुकसान हो गया। किसान भोजराज पाल ने भी बताया कि खेतों में हरियाली भरी फसल अचानक सूख गई और इसका रस पूरी तरह से चूस लिया गया, जिससे फसल खराब हो गई। बमोहरी पंजी और आसपास के गांवों में कई किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं। किसानों ने बताया कि उन्होंने कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया, लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं हुआ।
जैसे ही कृषि विभाग को नुकसान की जानकारी मिली, सहायक संचालक जेएल प्रजापति, कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएल साहू, तेंदूखेड़ा के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जीपी बेन, और कृषि विस्तार अधिकारी प्रिया तिवारी बमोहरी गांव पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि फसल में भूरा माहू कीट लग गया है, जो फसल का रस चूसकर उसे सूखा देता है। इस कीट से बचाव के लिए सरूगा (120 ग्राम), सेनपाई (100 ग्राम) प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने की सलाह दी गई।
अधिक बारिश से कीट का प्रकोप
अधिकारियों ने किसानों को बताया कि अत्यधिक बारिश के कारण खेतों में लंबे समय तक पानी भरा रहने से इस कीट का प्रकोप बढ़ता है। उन्होंने सुझाव दिया कि खेतों में पानी भरने पर तीन-चार दिन के अंदर उसकी निकासी सुनिश्चित करें। साथ ही, खेतों और मेड़ों को खरपतवार से साफ रखें ताकि कीटों का प्रकोप कम हो सके। तेंदूखेड़ा कृषि विकास अधिकारी जीपी बेन ने बताया कि बमोहरी गांव में किसानों की शिकायत पर निरीक्षण टीम गांव पहुंची थी। फसल में भूरा माहू कीट का प्रकोप पाया गया, और भविष्य में ऐसे नुकसान से बचने के उपाय किसानों को सुझाए गए हैं।