
इंदौर में रविवार को NACO (राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन) के कार्यक्रम में शामिल होने आए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि एड्स को लेकर चर्चा करने में कई संकोच नहीं करना चाहिए। जब मैं इस पर बात कर सकता हूं तो आपको भी समाज में जाकर खुलकर चर्चा करना चाहिए।
स्कूलों में कार्यक्रम होना चाहिए। 9वीं-10वीं के बच्चों को अवेयर करना चाहिए। कैंपेन चलाना चाहिए। हेल्दी बिहेवियर को प्रमोट करना चाहिए। वर्ल्ड एड्स डे और उसके खिलाफ चल रही जंग को डेडिकेट और रि-डेडिकेट करने का दिन है।
अभी ऐसी कोई दवा नहीं आई है जो पूरी तरह एचआईवी को ठीक कर सके। दवाएं तो पूरे समय खाना पड़ेंगी। लेकिन दवाओं से व्यक्ति पूरे जीवन स्वस्थ रह सकता है। इसलिए ऐसे लोगों को समाज में जगह देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में सब कुछ बदला लेकिन तेरा स्टेटस नहीं बदला। तुम निपटते ही रह गए।
इंदौर के खंडवा रोड स्थित देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नड्डा के साथ सीएम डॉ मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री तुलसी सिलावट सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
भारत अब लेने नहीं देने वाला देश
नड्डा ने आगे कहा कि, एक समय ऐसा था जब भारत में टिटनेस की दवा को 40 साल, टीबी की दवा को 30 साल, डिप्थीरिया की दवा को 30 साल, जापानी बुखार को ठीक करने वाली दवा आने में 100 साल लग गए।
लेकिन अब भारत ऐसे बदल कि कोरोना आया और 9 माह में भारत ने दो-दो वैक्सीन बनाकर पूरी दुनिया को सप्लाई की। यह बदलता भारत है। कोरोना मैनेजमेंट को उठाकर देखिए। अमेरिका में स्ट्राइक हुई, यूरोप में लोगों ने लॉकडाउन लगाने से रोका, कई देश लॉकडाउन लगाने के लिए तय नहीं कर पाए। वे असमंजस में थे। लेकिन भारत में पहले जनता कर्फ्यू फिर लॉकडाउन लगाए।
भारत ने पीपीई किट बनाए, आईसीयू में जगह तैयार की, सैनेटाइजर, मास्क बनाए। तब पीएम मोदी जी ने कहा- जान भी है और जहान भी। दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज कोरोना वैक्सीन बनाने का अभियान भारत में चला। 2020 करोड़ डोज बनाने का काम भारत ने किया है। यह लेने वाला नहीं देने वाला भारत है। देश में पहले 6 एम्स थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 22 हो चुकी है।
विरोधियों पर निशाना साधा, कहा- सब कुछ बदला लेकिन तेरा स्टेटस नहीं बदला
विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद एड्स बीमारी पर कंट्रोल रिसर्च और डेवलपमेंट के साथ कोरोना वैक्सीन तक का सफर बताया। उन्होंने कहा कि फिर भी लोग बोलते हैं कि भाजपा सरकार आने के बाद कुछ नहीं बदला। मैं कहता हूं सब कुछ बदल गया लेकिन तेरा स्टेटस नहीं बदला। तुम निपटते ही रह गए। तुम ऐसे ही रहोगे। तुम नहीं बदले। बाकी सब बदल गया।
उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमने कोरोना में अन्य देशों की मदद की है। 48 देश को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में दिए हैं। भारत ने अपनी ही वैक्सीन बनाया और दूसरे देशों को मदद की। यह गर्व की बात है।
नई जनरेशन को एड्स के काले अध्याय की जानकारी नहीं
जेपी नड्डा ने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों से बात करते हुए कहा कि हमारे समाज ने देश में एड्स की लंबी लड़ाई लड़ी है। लेकिन, हमारे नौजवानों ने अंधकार का वो काला दौर नहीं देखा। इस लिए आपको मालूम नहीं है कि एड्स का मतलब क्या है। आप लोगों ने 80 का दशक नहीं देखा। आपको मालूम नहीं है कि एड्स मतलब क्या होता है। उस समय अगर कोई एड्स मरीज किसी को छू जाए तो लोग डर जाते थे। लोग ऐसे परिवारों से दूर रहते थे। हेयर कटिंग सैलून वाला बार-बार अपने उस्तरे को पोछ्ता था तब डर लगता था। यह दौर शायद मुख्यमंत्री, सिलावट और राजेंद्र शुक्ला जी ने देखा है।
95% एचआईवी मरीजो को समय पर इलाज
नड्डा ने कहा कि, एक समय था जब दुनिया में एड्स की दवा नहीं थी, और जब दवा आई तो इतनी महंगी थी की गरीब आदमी उन दवाओं को ले नहीं सकता था। हमारे देश की कंपनियों ने दुनिया में एड्स की सबसे सस्ती और इफेक्टिव दवाएं बनाई। इनके माध्यम से हम अफ्रीका, साउथ अफ्रीका, लेटिन अमेरिका समेत कई देशों की मदद कर रहे हैं। हम देश के 95% एचआईवी मरीजों तक समय पर दवा पहुंचा रहे हैं।
देश का हेल्थ केयर सिस्टम मजबूत हुआ
उन्होंने कहा कि आज विज्ञान और खासकर हमारे भारत के लोग हेल्थ केयर सिस्टम को लेकर काफी सजग हो गए हैं। हमारा हेल्थ केयर सिस्टम काफी मजबूत है। वह एड्स पीड़ितों को लंबा जीवन दे सकते हैं। आप लोगों की भी जिम्मेदारी है कि पीड़ितों का ध्यान रखें। जो सर्विस प्रोवाइडर है वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं उनका मनोबल बढ़ाए। मैं इस बीमारी में लगे हेल्थ वर्कर और हेल्थ प्रोवाइडर को सलाम करता हूं। उन्होंने कहा मुझे खुशी है कि जब मैं स्वास्थ्य मंत्री बना तो मुझे एचआईवी प्रोटेक्शन को लेकर एक्ट में सुधार करने का मौका मिला।
लोगों को एकजुट होने की जरूरत
नड्डा ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि, आप लोगों की उपस्थिति बता रही है कि आप सभी एड्स के खिलाफ लड़ाई लड़ने और प्रोडक्शन को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लोग एड्स पीड़ितों को सामाजिक दृष्टि से देखें और उन्हें मुख्य धारा में लाने का प्रयास करें। इन लोगों को इनका अधिकार दिलाने का दिन है। लोग उनसे घृणा नहीं करें उनकी स्थिति समझे। यह समझे कि वह फिर से ठीक होकर अच्छा जीवन जी सकते हैं।
सीएम ने सुनाया एड्स
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक बच्चे का किस्सा सुनाते हुए कहा कि अभी आपके सामने एक बच्चा मंत्री नड्डाजी से मिला। उसने कहा कि मैं आपसे 2014 में मिला था। जब आप स्वास्थ्य मंत्री थे। उसने एड्स को लेकर अपनी जीवन की लंबी कष्टदायक यात्रा के बारे में बताया। उस बच्चे के माता-पिता की मौत एड्स के कारण हुई थी। बच्चे ने कहा कि मैंने जन्म से ही इस बीमारी के बीच में अपना जीवन पाया है। मुझे खुशी है लंबे संघर्ष से उस बीमारी पर विजय पाई जिसमें मेरे माता-पिता की मौत हुई।
इंदौर आने से पहले नड्डा ने एड्स जागरुकता को लेकर ट्वीट किया
