
दमोह-जबलपुर स्टेट हाईवे पर जबेरा थाना क्षेत्र के जलहरी तिराहा के समीप बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए खड़े छात्रों के लिए चालक ने बस नहीं रोकी। इससे गुस्साए छात्रों ने बस पर पथराव कर दिया, जिससे बस का आगे का कांच टूट गया। इस घटना में बस में बैठी बैंककर्मी महिला घायल हो गई, जिसे इलाज के लिए जबेरा अस्पताल भेजा गया। यह बस गढ़ाकोटा से जबलपुर की ओर जा रही थी।
जानकारी के अनुसार, चौहान ट्रेवल्स कंपनी की यात्री बस गढ़ाकोटा से जबलपुर के लिए चलती है। बुधवार सुबह जब बस जबेरा थाना क्षेत्र के जलहरी गांव के समीप पहुंची, तो कुछ स्कूली छात्रों ने बस को रुकने का इशारा किया, लेकिन भीड़ होने के कारण चालक ने बस नहीं रोकी। इस पर गुस्साए छात्रों ने बस पर पथराव कर दिया, जिससे बस का आगे का कांच टूट गया और अंदर अफरा-तफरी मच गई।
हादसे में बस में मौजूद जबेरा कोऑपरेटिव बैंक की कैशियर महिला घायल हो गई। बाद में बस चालक ने वाहन को रोका और सभी यात्री बस से नीचे उतरे। घटना के बाद छात्र वहां से भाग गए। बस के कर्मचारी बस को लेकर थाने पहुंचे, जहां एक शिकायती आवेदन देने के बाद बस को जबलपुर की ओर रवाना कर दिया गया। वहीं, घायल कैशियर महिला इलाज के बाद बैंक लौट गई और उन्होंने पुलिस में किसी प्रकार की शिकायत नहीं की।
छात्रों को नहीं मिलता स्कूल जाने का साधन
बताया जा रहा है कि छात्रों को स्कूल जाने के लिए कोई अन्य साधन नहीं मिलता और वे बस में बैठकर ही स्कूल जाते हैं। जिस बस में तोड़फोड़ हुई है, उसका चालक अक्सर भीड़ होने के कारण बस नहीं रोकता। बुधवार को भी जब छात्रों ने बस को रोकने की कोशिश की तो चालक ने बस नहीं रोकी। इस पर छात्रों ने गुस्से में आकर पत्थर मारकर बस का कांच तोड़ दिया।
बस मालिक बोला-छात्रों को दी जाए समझाइश
बस मालिक ने पुलिस से किसी के खिलाफ कार्रवाई न करने की बात कही है। उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रों के परिजनों को थाने बुलाकर उन्हें समझाया जाए कि वे बस में तोड़फोड़ न करें। बस मालिक ने कहा कि यदि बस में जगह होगी तो छात्रों को जरूर बिठाया जाएगा।
केस दर्ज नहीं
जबेरा थाना के एएसआई अशोक सिंह ने बताया कि जलहरी तिराहे पर दमोह से जबलपुर जा रही चौहान ट्रेवल्स की बस पर एक छात्रा द्वारा पथराव करने का मामला सामने आया है। बस कंडक्टर ने जबेरा थाना में इसकी सूचना दी थी, लेकिन बस मालिक ने छात्रो के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। उन्होंने छात्रों के अभिभावकों को थाने बुलाकर समझाइश देने के लिए कहा है।
