
दमोह शहर के जटाशंकर क्षेत्र में रविवार से जैविक खेती से उगाई गई सब्जियां और अनाज का बाजार शुरू हो गया है। नगर पालिका प्रशासन की ओर से यहां पर जैविक खेती करने वालों के रजिस्ट्रेशन किए गए और उन्हें जगह दी गई है। अब यहां हर रविवार को किसान अपने जैविक तरीके से उगाए गए सब्जियां और अनाज को बेच सकेंगे।
विधायक ने लौकी खरीदी
आज सुबह बाजार लगते ही बड़ी संख्या में लोग यहां जैविक सब्जी और अनाज खरीदने के लिए पहुंच गए। इस दौरान दमोह विधायक और मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल भी पहुंचे। यहां पर एक किसान को ₹50 देकर विधायक ने जैविक तरीके से उगाई गई लौकी और ₹20 देकर मुनगा की कौंस खरीदी।
किसान ने उनसे पैसे लेने के लिए मना किया तो विधायक ने कहा कि नहीं आपकी मेहनत है। हम ऐसे ही नहीं ले सकते। इस दौरान पशुपालन मंत्री पटेल ने कहा कि यह अच्छी पहल है। जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए इससे बढ़ावा मिलेगा और जो लोग जैविक तरीके से उगाई गई सब्जियां और अनाजों का उपयोग करेंगे उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि आजकल सब्जी हो अनाज हर फसल में रासायनिक खाद का उपयोग किया जा रहा है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इन जैविक उत्पादों से लोगों को भी बेहतर सामग्री मिलेगी और उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। दोपहर 1:00 बजे तक यहां पर लगभग सभी किसानों के सब्जी और अनाज बिक चुके थे।
इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले रविवार को यहां किसान और बड़ी संख्या में अपनी सब्जियां और अनाज लेकर आएंगे और लोग भी बड़ी संख्या में खरीदारी करने पहुंचेंगे। इंदौर के बाद दमोह ऐसा दूसरा जिला है, जहां प्रशासन के माध्यम से जैविक तरीके से सब्जी और अनाज उगाने वाले किसानों के लिए है बाजार दिया गया है।
बाजार के लिए कलेक्टर ने बीते दिनों उपलब्ध कराई थी जगह
भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष हरिश्चंद्र पटेल ने बताया कि जिले में कई किसान जैविक खेती करते हैं। लेकिन उन्हें सही मंच नहीं मिल रहा था। इसलिए वो निराश भी हो रहे थे। हमने लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से बात की और उसके बाद कलेक्टर सुधीर कोचर ने किसानों की इस मनसा को समझा और उन्हें बाजार लगाने के लिए जगह तय कर दी। अब किसान काफी खुश हैं।