
मप्र और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड की बहु प्रतीक्षित केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का भूमि पूजन इसी महीने 25 दिसंबर को होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका भूमि पूजन कर सकते हैं। सीएम ने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर केन-बेतवा परियोजना के भूमि पूजन और फरवरी में होने वाली ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में आने का निमंत्रण दिया है।
पीएम से मुलाकात के बाद झाबुआ जिले में भाजपा कार्यालय के भूमि पूजन कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा- नदी जोड़ो अभियान की कल्पना अटल जी ने की थी उसे साकार करने में बड़ी भूमिका प्रधानमंत्री मोदी जी की है। बता दें कि 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जाती है। सीएम ने कहा कि ऐसे में उनके जन्मदिन पर उनके द्वारा सोची गई योजना को धरातल पर लाना एक सपने के साकार होने जैसा है।
सीएम ने आगे कहा कि केन-बेतवा नदी जोड़ो मिशन की बड़ी परियोजना है। बुंदेलखंड के लोगों ने ये सपना देखा था। इससे मप्र और उप्र के बुंदेलखंड में पानी का संकट दूर होगा। सीएम ने कहा संभवत: प्रधानमंत्री जी इस योजना के भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। उसके पहले पार्वती-काली सिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का भी भी भूमि पूजन होगा।
सीएम ने सोमवार को दिल्ली में मीडिया को बताया था कि जल्दी ही केन-बेतवा परियोजना का भूमि-पूजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा। केन-बेतवा परियोजना से मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में वृहद स्तर पर सिंचाई होगी। साथ ही पेयजल भी उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बीते दो दशकों से लंबित पार्वती-काली सिंध-चंबल परियोजना का हल निकालकर प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के 10 और राजस्थान के 13 जिलों को सौगात दी है। साथ ही भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की नदी जोड़ो परियोजना के स्वप्न को साकार किया है।
फरवरी में होगी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट
मप्र सरकार ने प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालय पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की है। ग्वालियर, जबलपुर, सागर, रीवा, उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम के बाद आगामी 16 जनवरी को शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री समिट होगी। इसके बाद फरवरी में भोपाल में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का आयोजन होगा।