
सागर के डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के संस्थापक व दानवीर डॉ. सर हरिसिंह गौर की 75वीं पुण्यतिथि बुधवार को मनाई गई। विश्वविद्यालय परिसर स्थित गौर समाधि स्थल पर भजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने गौर समाधि पर पुष्प अर्पण कर डॉ. गौर को श्रद्धांजलि देकर याद किया।
संगीत विभाग की शोधार्थी अनुकृति रावत ने कबीरदास के भजन ‘माया महा ठगनी हम जानी, स्तुति खम्परिया ने चदरिया झीनी रे झीनी, क्रोध ने छोड़ा…झूठ न छोड़ा…सत्य वचन क्यों छोड़ दिया…नाम जपन क्यों छोड़ दिया भजन की प्रस्तुति दी। विभाग के विद्यार्थी पलक विश्वकर्मा, मानवी श्रीवास्तव, वर्षा रानी, गौरी पांडे, करिश्मा दीक्षित, नमन जैन ने महात्मा गांधी के भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये की प्रस्तुति दी।
तबले पर संगत शैलेन्द्र सिंह राजपूत और शोधार्थी आकाश जैन ने की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डॉ. राहुल स्वर्णकार, डॉ. अवधेश तोमर, प्रो. पीके कठल, प्रो. नवीन कानगो, डीके नेमा, आशीष वर्मा, अजीत जायसवाल, यूके पाटिल, जेके जैन, आरके त्रिवेदी, राजेंद्र यादव, डॉ. मोहन टीए, नेत्रपाल सिंह समेत बड़ी संख्या में विद्यार्थी व स्टाफ मौजूद था।
