
रीवा में बेसहारा पशु सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। इससे नगर के सिरमौर चौराहा, कॉलेज चौराहा, नया बस स्टैंड, जय स्तंभ चौराहा, पुराना बस स्टैंड, खन्ना चौराहा, साई मंदिर, शिल्पी प्लाॅजा समेत सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर यातायात प्रभावित हो रहा हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम और प्रशासन ने इस मामले में काेई कार्रवाई नहीं की है। जबकि, अधिकांश बेसहारा मवेशी नगर निगम और जिला पंचायत कार्यालय के सामने ही चक्कर लगा रहे हैं। शहर की सड़कों पर बेसहारा पशुओं का डेरा है। मुख्यमंत्री और कलेक्टर के आदेश के 4 माह बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है।
4 महीने पहले कलेक्टर ने जारी किए थे आदेश
बता दें कि, 4 महीने पहले अगस्त में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने आदेश जारी कर 15 दिनों के भीतर आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने के निर्देश नगर निगम आयुक्त के साथ ही सभी एसडीएम, सीओ और सीएमओ सहित स्थानीय प्रशासन को दिए थे।
लेकिन, कलेक्टर के आदेश का पालन 4 महीने बाद भी नहीं हो पाया। लिहाजा शहर में जगह-जगह पर आवारा मवेशी आवागमन को बाधित कर रहे हैं। साथ ही दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में फसल बर्बाद कर रहे मवेशी
उधर, ग्रामीण क्षेत्रों में ये आवारा मवेशी किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन चुके हैं। किसान नेता शिव सिंह ने बताया कि आवारा पशु खेती को पूरी तरह से बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है।
किसान दिन-रात मेहनत कर फसल तैयार करता है और आवारा मवेशी चंद समय में ही खड़ी फसल को बर्बाद कर देते हैं। जिससे किसानों को खेती से लागत तक निकालना मुश्किल हो जाता है।
आयुक्त बोले- जल्द व्यवस्था बनाएंगे
पूरे मामले में नगर निगम आयुक्त सौरभ सोनवड़े का कहना है कि रीवा में आवारा पशुओं की समस्या है। कई बार हमने आवारा पशुओं को इस शहर से ले जाकर लक्ष्मण बाग गौशाला और बसामन मामा गौशाला में शिफ्ट किया है।
लेकिन, उनकी संख्या ज्यादा होने के कारण समस्या आ रही है। बहुत से लोग और डेयरी संचालक ऐसे हैं जो आवारा पशुओं को सड़कों पर छोड़ रहे हैं। ऐसे लोगों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जल्द ही इसे लेकर कुछ व्यवस्था बनाएंगे।