
मध्यप्रदेश के मऊगंज में जिन साइबर अपराधियों से परेशान होकर लेडी टीचर ने सुसाइड कर लिया था, उन आरोपियों को पुलिस ने राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी खेत में रहकर ऑनलाइन फ्रॉड का गैंग ऑपरेट कर रहे थे।
आरोपियों के नाम साहिल खान (22), मुंसेद खान (20), फरदीन खान (25) हैं। इनमें मुंसेद और फरदीन आपस में भाई हैं। जिन्हें मऊगंज पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया। गुरुवार को तीनों आरोपियों को राजस्थान से मऊगंज लाया गया है। यहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया है।
एसपी रसना ठाकुर ने बताया कि
साइबर टीम की मदद से जांच की तो मोबाइल नंबर की लोकेशन अलवर में मिली। इसके बाद राजस्थान पुलिस की मदद ली गई। इनमें से दो लोग लगातार फोन करके धमकाते थे। तीसरा वीडियो भेजता था। राजस्थान में आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर उन्हें मऊगंज लाया गया है।
डीआईजी साकेत पांडेय ने बताया कि
आरोपियों के मोबाइल की जांच की जाएगी। जिस अकाउंट में पैसा गया है, उसका भी डिटेल लिया जाएगा।
साइबर अपराधियों से परेशान होकर खा लिया था जहर
मऊगंज में 6 जनवरी को रेशमा पांडे (उम्र 35 वर्ष) नाम की टीचर ने साइबर जालसाजों से परेशान होकर जहर खा लिया था। जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। बदमाश उसे लगातार फोन पर धमका रहे थे। दो वीडियो भी भेजे थे। जिसमें पुलिस और आर्मी की वर्दी में लोग नजर आ रहे थे। वीडियो में कहा जा रहा था कि आपके खिलाफ केस दर्ज हो गया है। आपको गिरफ्तार किया जाएगा।
रेशमा पांडे मऊगंज जिले के पन्नी के हाई स्कूल में गेस्ट टीचर थीं। लगातार धमकी से वह इतनी डर गई कि उसने बदमाशों के भेजे स्कैनर पर 22 हजार रुपए भी ट्रांसफर कर दिए थे।