
पन्ना टाइगर रिजर्व से सटे गांव इटवांकला में बाघ का आतंक फैल गया है। सोमवार शाम को एक बाघ ने बकरी चरा रहे 10 वर्षीय आदिवासी बालक लोकेंद्र पर हमला कर दिया। बच्चे की भाभी की तत्परता से उसकी जान बच गई। भाभी ने चीख-पुकार के साथ बाघ पर पत्थर फेंककर उसे भगा दिया।
घटना के समय बच्चा जंगल में बकरियां चरा रहा था। जब झाड़ियों में छिपे बाघ ने अचानक उस पर हमला कर दिया। खून से लथपथ बच्चे को ग्रामीण उठाकर गांव लाया। वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायल बच्चे को पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती कराया। रेंजर रोहित पुरोहित के अनुसार, बच्चे के सीने और कमर में गंभीर चोटें आई हैं।
इसी क्षेत्र में बाघ ने एक बैल को भी घायल कर दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वन विभाग की टीम घटनास्थल के आसपास तलाश कर रही है और हमलावर बाघ के पगचिह्नों की पहचान में जुटी है।
पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघों का आबादी वाले क्षेत्रों में आना चिंताजनक स्थिति बन गई है। इटवांकला के ग्रामीण दहशत में हैं और सूर्यास्त के बाद घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वन विभाग से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की मांग की जा रही है।
विभाग ने शुरू की सर्चिंग
रेंजर रोहित पुरोहित ने बताया कि सोमवार शाम की घटना है। घायल बालक को अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। घटनास्थल के आसपास सर्चिंग की जा रही है। हमला करने वाले जानवर के पगमार्ग चिन्हित किए जा रहे हैं।