
मकर संक्रांति के अवसर पर खुरई में तीन दिवसीय डोहेला खुरई महोत्सव-2025 की शुरुआत मंगलवार को भव्य आयोजन के साथ हुई। खुरई के ऐतिहासिक किला डोहेला में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता गायिका मोनाली ठाकुर ने अपनी सुरीली आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत खुरई विधायक और पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह और युवा भाजपा नेता अविराज सिंह द्वारा डोहेला मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ हुई। सागर महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी, वरिष्ठ भाजपा नेता जिनेंद्र गुरहा, और नगर पालिका अध्यक्ष नन्हींबाई अहिरवार सहित गणमान्य व्यक्तियों ने मां सरस्वती की आरती और कन्या पूजन में भाग लिया।
‘मोह मोह के धागे’ से मोनाली ने श्रोताओं का दिल जीता
भव्य आतिशबाजी के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम में मोनाली ठाकुर ने अपने लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने ‘लुटेरा’ फिल्म के ‘संवार लूं’ गाने से कार्यक्रम की शुरुआत की और ‘मोह मोह के धागे’, ‘ख्वाब देखें झूठे मूठे’, ‘जरा-जरा टच मी’, ‘रघुपति राघव’ समेत अन्य हिट गीतों से श्रोताओं का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई के विकास का नया अध्याय लिखने का वादा किया। उल्लेखनीय है कि मोनाली ठाकुर को फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ के गीत ‘मोह मोह के धागे’ के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है।
डोहेला मंदिर: ऐतिहासिक धरोहर का परिचय
डोहेला मंदिर सरोवर के मध्य स्थित एक जल मंदिर है, जो खुरई के विशाल तालाब में स्थापित है। यह तालाब खुरई किले की प्राचीरों के भीतर भूमिगत जल स्रोत से आपूरित रहता है। खुरई किले का निर्माण लगभग 1700 ई. में गढ़ौला जागीर के दांगी क्षत्रिय शासक खेमचंद्र दांगी ने करवाया था।
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में जर्जर हो चुके इस किले का पुरातात्विक संरक्षण करवाकर इसे एक भव्य पर्यटन स्थल में परिवर्तित कर दिया। आज डोहेला मंदिर, किले की बुर्जें और प्राचीरें, पुनर्निर्मित मां बीजासन मंदिर, सुंदर फव्वारे, बच्चों के मनोरंजन उपकरण और खुले मैदान इसे खुरई का समृद्ध सांस्कृतिक स्थल बनाते हैं।

