
शहपुरा के अरिहंत वेयरहाउस में धान खरीदी के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वेयरहाउस के कर्मचारी हर्षित और एक शुभम पटेल नाम के व्यक्ति के बीच 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल होने से प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक दिलीप किरार ने मामले में महत्वपूर्ण खुलासा करते हुए बताया कि ऑडियो में रुपए की मांग करने वाला शुभम पटेल न तो कोई सर्वेयर है और न ही सुपरवाइजर। उन्होंने बताया कि शुभम पहले मार्फेड में काम करता था, लेकिन वहां से भी उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। नागरिक आपूर्ति निगम ने सभी खरीदी केंद्रों को स्पष्ट कर दिया है कि शुभम पटेल नाम का कोई व्यक्ति उनके विभाग में कार्यरत नहीं है।
वायरल ऑडियो में अरिहंत वेयरहाउस में रखे गए नॉन एफएक्यू धान की खरीदी के लिए 20 हजार रुपए की डिमांड की बात सामने आई है। कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग के जेएसओ मामले की जांच कर रहे हैं। जिला प्रबंधक किरार ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
यह मामला भ्रष्टाचार की जड़ों को उजागर करता है और प्रशासन की कार्रवाई से स्पष्ट है कि ऐसी गतिविधियों को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।