
मुरैना जिले के कैलारस शक्कर कारखाने की भूमि नीलामी के विरोध में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता मंगलवार को सत्याग्रह और जेल भरो आंदोलन कर रहे हैं। आसपास के क्षेत्रों से करीब 800 ट्रैक्टर-ट्राॅली लेकर लोग धरनास्थल पर पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे विधायक पंकज उपाध्याय समेत 25 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया और जबरदस्ती वज्र वाहन में बैठाकर ले गई।
कैलारस का शक्कर कारखाना 13 साल से बंद पड़ा है। सरकार कारखाने की भूमि निलाम कर रही है। जिससे किसानों और युवाओं में आक्रोश है। कैलारस तहसील कार्यालय में अंदर नीलामी चल रही है। वहीं बाहर एडीएम के नेतृत्व में पूरी प्रशासनिक टीम सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई है।
सुबह करीब 10:30 बजे शक्कर फैक्ट्री की कृषि भूमि की नीलामी प्रकिया शुरू हुई। कारखाने की जमीन को खरीदने के लिए पांच खरीददारों ने 5 लाख रुपए की राशि जमा की है। कुछ देर बाद बोली शुरू हाेगी।
कांग्रेस विधायक बोले- सरकार कोई कदम नहीं उठा रही
विधायक पंकज उपाध्याय ने आरोप लगाया कि किसानों के लंबे समय से चल रहे धरने के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। इसके विरोध में मंगलवार को कारखाने पर सत्याग्रह और जेल भरो आंदोलन कर रहे हैं।केंद्र सरकार ने बंद पड़े कारखानों को पुनः चालू करने के लिए 10 करोड़ रुपए के प्रावधान किए हैं। लेकिन राज्य सरकार की इच्छाशक्ति की कमी के चलते कैलारस शक्कर कारखाने को चालू करने की कोई पहल नहीं हो रही।
पुलिस ने ट्रैक्टर रोके, प्रदर्शनकारियों का हंगामा
कैलारस में एमएस रोड पर ऑक्सफोर्ड स्कूल के पास धरनास्थल पर ट्रैक्टर लेकर जा रहे लोगों को पुलिस ने रोक लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद धरनास्थल से जौरा विधायक पंकज उपाध्याय मौके पर पहुंचे। उनकी पुलिस से बहस हो गई। अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद ने विधायक को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी।
पुलिस ने की बेरिकेडिंग
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने चारों तरफ बैरिकेड्स लगाए हैं। कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में विपक्षी दल नीलामी का विरोध कर रहा हैं। फैक्ट्री को वापस शुरू करने की मांग को लेकर चार दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है। आज सत्याग्रह के साथ होगा जेल भरो आंदोलन करने की तैयारी है।
कारखाना शुरू करने की संभावनाएं
कम्युनिस्ट नेता गयाराम धाकड़ ने बताया कि नेशनल शुगर फेडरेशन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कैलारस शक्कर कारखाना मात्र 30 करोड़ रुपए की लागत से चालू किया जा सकता है। रिपोर्ट में कारखाने की मशीनरी को आधुनिक करने और उत्पादन क्षमता 1,200 टन से बढ़ाकर 2,000 टन करने की सिफारिश की गई है। लेकिन यह प्रस्ताव अभी तक क्रियान्वित नहीं हुआ।
जनप्रतिनिधियों ने उठाए सवाल
अंबाह के विधायक देवेंद्र सकवार ने कहा कि प्रदेश सरकार केवल निवेश मीट पर ध्यान दे रही है। लेकिन, स्थानीय उद्योगों को पुनर्जीवित करने की ओर कोई कदम नहीं उठाया गया। पूर्व विधायक मनीराम धाकड़ और बैजनाथ कुशवाहा ने बताया कि शक्कर कारखाने के साथ एथेनॉल और अन्य उत्पादों के प्लांट लगाए जा सकते हैं, जिससे किसानों और युवाओं को आर्थिक लाभ मिलेगा।

