
बारात लग चुकी थी, दुल्हन भी तैयार होकर स्टेज पर आने वाली थी कि तभी पता चला कि शादी में दुल्हन को जो जेवरात देने हैं, वह गायब हो गए। जेवरात गायब होते ही वर पक्ष के होश उड़ गए। सारा बारात घर छान मारा पर जेवरात का बाक्स कहीं नहीं मिला। हंसी-खुशी के माहौल में अचानक ही तनाव बढ़ गया।
यह जानकारी जब सीएसपी रितेश शिव को लगी तो उन्होंने यादव कॉलोनी चौकी पुलिस चौकी के स्टाफ को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए। एसआई सतीश झारिया मौके पर पहुंचे। उन्हें बताया गया कि दुल्हन के लिए जेवरात जो कि साहू परिवार ने बनवाए थे, वह गायब हो गए हैं।
पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए चोरों की तलाश शुरू कर दी और फिर चार चोरों को गिरफ्तार करते हुए जेवरात बरामद कर लिए।
वैन में रखे थे साढ़े तीन लाख के जेवर
24 जनवरी को आगा चौक निवासी रितेश साहू के बड़े भाई की लॉन में शादी थी। वधु पक्ष आ चुके थे। बारात के साथ-साथ जेवरात वाली वैन भी चल रही थी, जैसे ही वैन लाॅन पर पहुंची तो सभी लोग गाड़ी से उतरकर अंदर चले गए। कुछ देर बाद याद आई कि बॉक्स वैन में ही रखा है।
रितेश पिताजी के साथ जैसे ही गाड़ी के पास पहुंचा तो जेवरात से भरा बाॅक्स गायब था, रितेश ने बताया कि करीब साढ़े तीन लाख के जेवर रखे हुए थे।
रितेश ने बताया कि बॉक्स में सोने का हार, मंगलसूत्र, हाथ के कंगन, बेंदी और चांदी के जेवर थे। यादव कालोनी पुलिस चौकी ने रितेश की शिकायत पर चोरी का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी।
वैन के पास घूम रहा था संदिग्ध
पुलिस ने जब जांच शुरू की और शादी में शामिल लोगों से पूछताछ की पर कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने चोरों को पकड़ने के लिए मुखबिरों का जाल बिछाया, जिसमें चोर फंस भी गए। मुखबिर ने बताया कि जबलपुर में मारछल्ला नाम युवक का यह गैंग हो सकता है जो कि अक्सर शादी-बारात में शामिल होकर इस तरह की चोरी की वारदात को अंजाम दिया करते है। ये गैंग ना सिर्फ जबलपुर बल्कि आसपास के जिलों में भी शादी के समय गहने या फिर रुपए से भरे बैग को चुराया करते हैं।
पुलिस ने तलाश शुरू की और सबसे पहले मारछल्ला कोरी को उसके उजरापुरवा स्थित घर से गिरफ्तार किया। मारछल्ला ने बताया कि अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ मिलकर प्लान के तहत चोरी की थी। पुलिस ने चोरी के मास्टरमाइंड के साथ हर्ष झारिया (18), पवन अहिरवार (19), राजा केवट (18) को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी किए गए जेवरात जो कि रानीताल तालाब के पास जमीन में छिपा दिए थे, उसे बरामद कर लिया है।
शुरू से था बारात के साथ
पूछताछ में मारछल्ला ने बताया कि जब बारात घर से निकल रही थी, उस दौरान परिवार के लोग आपस में बात कर रहे थे कि इस वैन में जेवरात रखे है। इतना सुनते ही मारछल्ला वैन के पीछे लग गया। आगा लाॅन से कुछ ही दूरी में बारात लगने लगी तभी आरोपी ने अपने साथियों को फोन करके बताया कि एक वैन जो कि बारात में लगी है, उसमें लाखों रुपए के जेवरात रखे हुए है,
उसे चुराना है, तुरंत ही मौके पर आ जाओ, इस दौरान मारछल्ला लगातार वैन में रखे बॉक्स की निगरानी करता रहा। कुछ ही देर बाद आरोपी के तीनों दोस्त भी मौके पर पहुंच गए और भीड़ में शामिल होकर जेवरात से भरा बाॅक्स चुराकर फरार हो गए।
साफा खरीदते लाना
गैंग का सरगना मारछल्ला अच्छे से जानता था कि बारात में तैयार होकर अच्छे कपड़े पहनकर जाना होता है, इसलिए प्लान के तहत तीनों ही चोर बाकायदा तैयार होकर आगा लाॅन पहुंचे। बारातियों के जैसा साफा भी सिर पर बांधा और फिर शादी में शामिल होकर वैन में रखा जेवरात से भरा बाॅक्स चुरा लिया। पूछताछ के दौरान चोरों ने बताया कि बारात में शामिल होने की जल्दबाजी में बाराती यह भूल गए थे कि वैन में जेवर रखे हुए है, उसी का फायदा उठाया।
यादव कॉलोनी चौकी प्रभारी सतीश झारिया ने बताया-
24 जनवरी को जेवरात से भरा बैग चुराने के बाद चोरों ने उसे एक्टिवा में छिपा दिया। उसके बाद खाना खाया और फिर फरार हो गए। पूछताछ में मारछल्ला ने बताया कि बॉक्स लेकर चारों रानीताल तालाब के पास पहुंचे और जेवरात को आपस में बांटने के बाद जमीन में गाड़ दिया। चारों का प्लान था कि एक हफ्ते बाद इन जेवरात को बेच दिया जाएगा।