
पन्ना जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के दनवारा गांव में एक सैन्य अधिकारी ने बेटी बचाओ अभियान को एक नई दिशा दी है। थल सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत पुष्पेंद्र कुमार तिवारी पिछले तीन वर्षों से गांव में जन्म लेने वाली हर बेटी के लिए अपनी सैलरी से 5 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दे रहे हैं।
25 वर्षों से सेना में कार्यरत पुष्पेंद्र कुमार, जिनके पिता भी फौजी रह चुके हैं, अब तक 40 परिवारों को कुल 2 लाख रुपए की सहायता प्रदान कर चुके हैं। उनकी इस अनूठी पहल को पन्ना जिला प्रशासन ने भी सराहा और 26 जनवरी को उन्हें सम्मानित किया गया।
सूबेदार तिवारी की सामाजिक सेवाएं यहीं नहीं रुकतीं। वे शिक्षा को भी प्रोत्साहित करते हैं और 10वीं-12वीं में 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को 10 हजार रुपए का नकद पुरस्कार देते हैं। उनकी इस पहल का सकारात्मक प्रभाव यह हुआ कि पहले साल जहां केवल 2 छात्र 75% अंक लाए थे, वहीं इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 13 हो गई।
“मेरा गांव से गहरा जुड़ाव है और मुझे अपने माता-पिता और पत्नी से गांव की बेटियों की सेवा करने की प्रेरणा मिली है। गांव में जन्म लेने वाली हर बेटी मेरी अपनी बेटी है,” सूबेदार तिवारी ने कहा- वे गांव के कुछ जरूरतमंद बच्चों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। उनका यह सामाजिक कार्य समाज में एक मिसाल बन गया है।
