
पन्ना में हीरा नीलामी के दो माह बाद भी हीरा ढूंढ़ने वालों (तुवादारों) को पैसे नहीं मिले हैं। इससे नाराज छह से ज्यादा तुवादार सोमवार को हीरा कार्यालय पहुंचे। यहां जल्द ही पैसे दिलाने की मांग की है।
दरअसल, पन्ना जिले की उथली हीरा खदानों से मिले हीरों की नीलामी 4 दिसंबर 2024 से 6 दिसंबर 2024 तक की गई थी। इसमें 127 नग छोटे-बड़े हीरे नीलाम किए गए थे। ये हीरे 5 करोड़ 38 लाख 62 हजार में बिके थे। सबसे महंगा 32.80 कैरेट का हीरा नीलाम हुआ था, जिसे पन्ना के व्यापारी ने 2 करोड़ 21 लाख 72 हजार में खरीदा था।
किसान स्वामीदीन पाल को यह हीरा मिला था। उन्होंने बताया कि दो माह बाद भी पैसा नहीं मिला है, जिससे बहुत से काम प्रभावित हो रहे हैं। इस हीरे को पन्ना के ही हीरा व्यापारी बीएस एसोसिएशन सत्येंद्र जड़िया ने खरीदा था।
ट्रैक्टर की किस्त चुकाने के पैसे नहीं
दूसरा बड़ा 19.22 कैरेट का हीरा 93 लाख 79 लाख 360 रुपए में बिका था। यह चुनवादा आदिवासी को मिला था। उन्होंने हीरा कार्यालय पहुंचकर अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि ट्रैक्टर भी खरीद लिया था। इसकी किस्त चुकाने के लिए अब पैसा नहीं है। इसके अलावा और भी कर्ज है। कर्जदार परेशान कर रहे हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। ब्लैक मार्केट में हीरा बेचा होता तो तुरंत पैसा मिल गया होता।
मिस्त्री बोले- बेटे की शादी टालना पड़ गई
16.10 कैरेट का हीरा पाने वाले दिलीप मिस्त्री ने कहा कि मेरे दो हीरे नीलाम हुए थे, जिसमें 16.10 गुजरात के व्यापारी जिनेश ने खरीदा था, जो करीब 98 लाख रुपए में नीलाम हुआ था, वहीं 7.44 कैरेट का हीरा 17 लाख रुपए में बिका था। आशा थी कि समय पर पैसा मिल जाएगा। 2 फरवरी 2025 को बेटे की शादी थी। पैसा नहीं मिलने से 12 फ़रवरी की डेट बढ़वाई, लेकिन अभी तक पैसा नहीं मिलने से लगता है डेट 12 से आगे बढ़ानी पड़ेगी। घर में पैसा नहीं है। इससे अच्छा ब्लैक मार्केट में बेच देते तो सही रहता। यहां अपने ही पैसे के लिए भीख मांगनी पड़ रही है। हमारे सभी पार्टनर परेशान हो रहे हैं।
डायरेक्टर के पूल अकाउंट में जमा है राशि
वहीं हीरा अधिकारी रवि पटेल ने कहा कि बड़े हीरों की जो 20% की राशि थी, वह व्यापारी नीलामी में भाग लेने के बाद भी जमा नहीं किया करते थे, इसलिए इस बार यह राशि डायरेक्टर के पूल अकाउंट की जमा कराई गई थी, जिसके लिए डायरेक्टर को पत्र लिख दिया गया है। यह पैसा जल्द ही हमारे खाते में आ जाएगा। बाकी जो पैसा है, वह सरकारी खजाने में जमा है। इसके लिए हीरा अधिकारी का वेरिफिकेशन मांग रहा है। मैं छुट्टी पर था। आज आ गया हूं। जल्द ही तुवादारों को पैसा उनके खातों में भेज दिया जाएगा।