
संस्कारधानी में नर्मदा जयंती का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। ब्रह्म मुहूर्त से ही ग्वारीघाट समेत विभिन्न नर्मदा तटों पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। भक्तों ने पुण्य सलिला मां रेवा के पावन जल में स्नान कर पूजन-अर्चन किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने नर्मदा मिशन के संस्थापक समर्थ गुरु भैया जी सरकार के साथ ग्वारीघाट पहुंचकर मां नर्मदा का दूध से अभिषेक किया और गुलाब के फूल अर्पित किए। मां नर्मदा की महाआरती।
नर्मदा तीर्थ पुरोहितों के अनुसार, यह दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन मां रेवा का अवतरण हुआ था। यह एकमात्र ऐसी नदी हैं जिनके दर्शन मात्र से ही पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रशासन ने ग्वारीघाट, तिलवारा घाट, भेड़ाघाट, लम्हेटा घाट और जिलहरी घाट सहित सभी प्रमुख घाटों पर पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्था की है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए रामपुर मार्ग को वन-वे किया गया है, जबकि वापसी के लिए तिलहरी की ओर जाने वाला मार्ग निर्धारित किया गया है।
घाट तक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल से घाट तक ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। भंडारों के लिए भी विशेष स्थान निर्धारित किए गए हैं।
कैबिनेट मंत्री ने की महाआरती
कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने नर्मदा मिशन के संस्थापक दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार के सानिध्य में नर्मदा महाआरती की और इस दौरान उन्होंने कहा की इतने वर्षों के बाद उनको नर्मदा प्राकट्योत्सव पर दादा गुरु के साथ पूजन का मौका मिला है। उन्होंने जो कहा है की नर्मदा किनारे एक पौधा लगाना ही मां की सच्ची सेवा है इस पर सभी को अमल करना चाहिए। नर्मदा का शुद्धि करण सभी का संकल्प हो ऐसी नर्मदा भक्तों से अपील भी है।
नर्मदा भक्ति में लीन दिखे श्रद्धालु
ग्वारीघाट पहुंचे श्रद्धालु शरद जयसवाल, विजय तिवारी और नर्मदा तीर्थ पुरोहित संजय उपाध्याय कहा की उन्होंने मां रेवा की पूजा की और भोग लगाया कई भक्तों ने मां को चुनरी भी अर्पित की और साथ ही उन्होंने नर्मदा प्रकाट्योत्स्व के बारे में भी बताया। शास्त्रों के अनुसार मां नर्मदा ही एकमात्र ऐसी नदी है जिनकी परिक्रमा की जाती है और उनके दर्शन मात्र से ही मोक्ष एवं पुण्य फल की प्राप्ति हो जाती है। नर्मदा प्रकाट्योत्स्व पर जबलपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग ग्वारीघाट पहुंचे।
पुलिस व्यवस्था रही दुरुस्त
इस अवसर पर घाट में पुलिस बल तैनात रहा और साथ ही बैरिकेट के पास तैनात पुलिस कर्मी वाहन चालकों को पार्किंग स्थल पर जाने की समझाइश देते नजर आये हालांकि कुछ वाहन चालक पुलिस से बहस भी करते दिखे लेकिन पुलिस कर्मियों ने उनको बैरिकेट पार करने नहीं दिया।
प्रशासन की सख्ती के बाद भी नहीं माने फूल विक्रेता
नर्मदा घाट पर निगम प्रशासन द्वारा प्रसाद और फूल की दुकानें हटाने के बाद भी विक्रेता नहीं माने और उन्होंने प्रशासन के आदेश की अवहेलना करते हुये दोबारा घाट पर ही दुकानें सजा ली जिसके कारण श्रद्धालुओं को काफ़ी परेशानी उठानी पड़ी।