
महाराष्ट्र के वर्धा के रहन वाले एक दिव्यांग 31 जनवरी से 1000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर निकले हैं। एक दुर्घटना में अपना दाहिना पैर खो चुके गोपाल वर्धा ने महाराष्ट्र से प्रयाग और अयोध्या तक की यात्रा साइकिल से करने का संकल्प लिया है। गोपाल ने तय किया कि वे महाराष्ट्र से प्रयाग और अयोध्या तक की यात्रा खुद साइकलिंग कर पूरी करेंगे।
प्रयाग की इसी यात्रा के दौरान गोपाल शुक्रवार देर रात रीवा पहुंचे और शनिवार सुबह प्रयाग मार्ग की ओर रवाना हो गए। उनके पास दाहिने पैर में एक कृत्रिम रॉड नुमा सहारा लगा है, लेकिन इसके बावजूद वे साइकिल चलाने का अपना जुनून नहीं छोड़ पाए।
प्रयागयात्रा पर निकले वर्धा का कहना है कि 2012 में बाइक दुर्घटना के बाद डॉक्टर्स को मेरा दाहिना पैर काटना पड़ा। लेकिन मैंने ठान लिया कि खुद को आम लोगों की तरह ही स्वस्थ और फिट मानकर आगे बढ़ूंगा,’ उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हर जगह लोगों का भरपूर प्यार और मार्गदर्शन मिल रहा है। इस यात्रा के बाद वे और भी लंबी साइकिल यात्राएं करने की योजना बना रहे हैं।”