
जबलपुर के संजीवनी नगर में देर रात एक किसान की कार में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। किसान का आरोप है कि साजिश के तहत उसकी कार में आग लगाई गई है। दरअसल, 18 दिसंबर को जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने किसान की शिकायत पर शहपुरा एसडीएम के ड्राइवर को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
ऐसे में किसान का आरोप है कि, कार में लोकायुक्त की जांच में फंसे अधिकारियों के खिलाफ कई अहम सबूतों से जुड़े दस्तावेज रखे थे, जिन्हें खत्म करने के लिए यह घटना अंजाम दी गई। किसान की शिकायत पर अब संजीवनी नगर थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
घर के बाहर खड़ी थी कार
संजीवनी नगर में रहने वाले संग्राम सिंह पेशे से किसान हैं। करीब ढाई महीने पहले उन्होंने जबलपुर लोकायुक्त एसपी को लिखित शिकायत में बताया था कि अवैध धान भंडारण से जुड़े केस को रफा-दफा करने के लिए शहपुरा एसडीएम नदीमा शीरी द्वारा तीन लाख रुपए की मांग की जा रही है।
लोकायुक्त ने शिकायत की जांच करने के बाद इसे सही पाया और फिर 18 दिसंबर को शहपुरा एसडीएम कार्यालय में उनके ड्राइवर सुनील पटेल को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। शिकायतकर्ता का कहना था कि इस रिश्वतखोरी में एसडीएम भी शामिल हैं। लोकायुक्त इस मामले की जांच में जुटी हुई थी, तभी 13 फरवरी की रात को शिकायतकर्ता की कार, जो घर के बाहर खड़ी थी, को आग के हवाले कर दिया गया।
कार में कई अहम दस्तावेज रखे हुए थे। संग्राम सिंह का आरोप है कि लोकायुक्त की जांच में फंसे आरोपियों ने ही उनकी कार में आग लगाई या फिर लगवाई है। उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके।
एएसपी ने दिए जांच के आदेश
शिकायतकर्ता संग्राम सिंह, एएसपी सोनाली दुबे से मिलने पहुंचे और उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू करने की बात कही है। संग्राम सिंह ने पुलिस को बताया कि ढाई माह पहले एसडीएम के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत उन्होंने लोकायुक्त पुलिस से की थी। उन्हें संदेह है कि उसी मामले में फंसे लोगों ने उनकी कार में आग लगवाई है।
उनकी कार घर के बाहर पार्क थी, जिसे अज्ञात आरोपियों ने आग के हवाले कर दिया। जब तक फायर ब्रिगेड को बुलाया गया और आग पर काबू पाया गया, तब तक कार जलकर राख हो चुकी थी। आगजनी की शिकायत संग्राम सिंह ने पुलिस अधिकारियों से की है और लोकायुक्त जांच में फंसे आरोपियों पर ही कार में आग लगाने या लगवाने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संजीवनी नगर पुलिस थाने को जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यालय में पदस्थ है अभी एसडीएम
18 दिसंबर को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त के हाथों गिरफ्तार हुए ड्राइवर सुनील पटेल को कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सस्पेंड कर दिया था। निलंबन की अवधि में चालक को कुंडम तहसील में पदस्थ किया गया है, वहीं एसडीएम नदीमा शीरी को शहपुरा से हटाकर जबलपुर मुख्यालय में अटैच किया गया है।
बहरहाल, अब इसी आवेदक संग्राम सिंह ने अपनी कार में आग लगने की घटना को आरोपियों की साजिश बताया है। पुलिस अधिकारी मामले की जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।