
छतरपुर में शुक्रवार को बगौता ग्राम पंचायत के करीब 200 ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों की अनुपस्थिति से आक्रोशित होकर सड़क जाम कर दी। मामला ग्राम में स्थित 600 मकानों को लेकर था, जिन्हें तोड़ने का नोटिस जारी किया गया है।
घटनाक्रम दोपहर 12 बजे शुरू हुआ, जब ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचे और वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं मिला। 12:15 बजे ग्रामीणों ने विरोध शुरू किया और 12:20 बजे सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही एसडीएम अखिल राठौर 12:40 बजे मौके पर पहुंचे और 12:45 बजे ग्रामीणों का आवेदन स्वीकार किया।
ग्रामीणाें ने बताया कि ग्राम पंचायत भागोत के खसरा नंबर 632, 346, 799 समेत कई अन्य भूखंड हैं, जिन पर लगभग 600 मकान बने हुए हैं। स्थानीय निवासी अरविंद अहिरवार के अनुसार, वे वर्षों से वहां रह रहे हैं।
लेकिन, प्रशासन ने अभी तक इन मकानों को आबादी में शामिल नहीं किया है। अब इन मकानों को तोड़ने के नोटिस आ रहे हैं। ग्रामीणों ने पहले भी मंगलवार को जनसुनवाई में आवेदन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एसडीएम बोले- जांच के बाद करेंगे कार्रवाई
एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि सभी अधिकारी सुबह 11 बजे से कलेक्टर की बैठक में थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि तहसीलदार द्वारा जांच के बाद आवेदन पर उचित कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की मुख्य मांग है कि उनके मकानों को आबादी में शामिल किया जाए और उन्हें पट्टे दिए जाएं।