
जबलपुर जिला प्रशासन ने मदनमहल पहाड़ी को अतिक्रमण मुक्त करने का फैसला किया है। यहां से लगभग 1200 परिवारों को विस्थापित किया जाएगा। कलेक्टर दीपक सक्सेना के अनुसार, 25-26 फरवरी से यह कार्रवाई शुरू होगी।
पहले चरण में पहाड़ी पर मौजूद साढ़े छह सौ अतिक्रमण हटाए जाएंगे। विस्थापित होने वाले परिवारों को तेवर क्षेत्र में पुनर्वास की सुविधा दी जाएगी। प्रत्येक परिवार को लॉटरी सिस्टम के माध्यम से 450 वर्गफीट का भूखंड आवंटित किया जाएगा।
जिला प्रशासन विस्थापित परिवारों की सुविधा का पूरा ध्यान रख रहा है। नए स्थान पर बिजली, पानी, नाली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, विस्थापन के बाद 15 दिनों तक इन परिवारों के लिए दोनों समय के भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी।
बताया जा रहा है कि, हाई कोर्ट के निर्देश पर वर्ष 2022 में भी प्रशासन ने मदनमहल पहाड़ी से बड़ी संख्या में अतिक्रमण हटाए थे। उस क्षेत्र में फल और फूलदार पौधे लगाकर पहाड़ी के मूल स्वरूप को बहाल करने का प्रयास किया गया था। इस बार भी अतिक्रमण हटने के बाद बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाएगा, जिससे पहाड़ी का प्राकृतिक सौंदर्य पुर्नस्थापित हो सके।
कलेक्टर बोले- विस्थापितों को पट्टे दिए जाएंगे
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि विस्थापितों को पट्टे प्रदान किए जाएंगे और उनकी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। विस्थापन से पहले संबंधित लोगों के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें इस प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।
इस संबंध में कलेक्टर ने संबंधित एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि, एक साथ इतने लोगों को विस्थापित करने में कई चुनौतियां आएंगी। इसलिए चरणबद्ध तरीके से छोटे-छोटे प्लॉट विकसित किए जाएंगे। वहां बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद ही विस्थापन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ये प्रक्रिया मई तक पूरी कर ली जाएगी।