
जबलपुर में एक महिला तीन दिन तक अपने पति के शव के साथ ये सोचकर रही कि वो सो रहे हैं। रविवार रात को जब मृतक के भाई घर पहुंचे, तब पता चला कि भाई की तीन दिन पहले ही मौत हो चुकी थी। इसके बाद परिजन ने इसकी जानकारी गोरा बाजार थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतक रमेश वाल्मीक (55) कैंट बोर्ड में सफाई कर्मचारी थे। पिछले कुछ सालों से हार्ट की बीमारी से पीड़ित थे। उनकी कोई संतान नहीं थी। वह अपनी पत्नी के साथ बिलहरी में किराए के मकान में रहते थे। उनके दो छोटे भाई गोरा बाजार में रहते थे। रमेश रोज काम पर जाने से पहले उनके पास आकर बातचीत करते थे।
13 फरवरी से ड्यूटी पर नहीं गए, मोबाइल भी बंद
मृतक के भाई सोम ने बताया कि वह जब अपने भाई को कॉल करते थे, तो मोबाइल बंद मिल रहा था। 13 फरवरी से न तो रमेश ड्यूटी गए थे और न ही घर लौटे थे। रविवार रात को उन्हें शक हुआ और वह बिलहरी स्थित रमेश के घर पहुंचे। वहां उनकी पत्नी ललिता बैठी हुई थी।
पत्नी बोली- उठाने की कोशिश की, वो नहीं उठे
जब सोम ने ललिता से पूछा कि तीन दिन से भाई ड्यूटी पर क्यों नहीं गए और उनका फोन भी बंद है, तो ललिता ने जवाब दिया कि वो तो सो रहे हैं। ललिता ने ये भी कहा कि उसने एक-दो बार उन्हें उठाने की कोशिश की थी, लेकिन वह नहीं उठे।
सोम ने कमरे में जाकर रमेश को उठाने की कोशिश की। इस दौरान समझ में आ गया कि उनकी मौत हो चुकी है। बॉडी भी डी-कंपोज होने लगी थी। सोम को अंदाजा हो गया कि भाई रमेश की मौत तीन दिन पहले ही हो चुकी थी।
पत्नी मानिसक विक्षिप्त, रमेश ही करते थे सारा काम
मृतक के भाई सोम ने बताया कि भाभी ललिता मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। घर का सारा काम रमेश ही किया करते थे। तीन दिन से घर में कोई खाना भी नहीं बना। भाभी भूखी थीं। सूचना मिलने पर गोरा बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया।
गोरा बाजार थाने के सब इंस्पेक्टर बीएस मरावी ने बताया-
रमेश पिछले कुछ सालों से हार्ट की बीमारी से पीड़ित थे, जिसका इलाज भी चल रहा था।