
शासकीय राशन दुकान से गरीबों को बांटे जाने वाले नमक में रेत के कंकड़ और मिट्टी निकल रही है। जिसको लेकर बांदरी के युवक ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। जांच कराने का आश्वासन मिला है।
बांदरी निवासी शिकायतकर्ता अभिषेक राय ने बताया कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान से लोगों को वन्या नमक दिया जा रहा है। यह नमक मैं भी करीब 8 महीनों से खा रहा हूं। शुरुआत में खाने में कंकड़ निकले तो ध्यान नहीं दिया। परिवार के लोगों ने चावल, दाल या आटे में कंकड़ होने की आशंका में बात को टाल दिया। लेकिन जब बार-बार खाने में कंकड़ मिलने लगे तो संदेह हुआ। इसी दौरान वन्या नमक को पानी में डाला। जिसके बाद देखा कि पानी मटमैला (गंदा) हो गया है। पानी को छाना तो उसमें रेत के कंकड़ मिले।
अभिषेक ने कहा कि शासन द्वारा लगभग पूरे प्रदेश में शासकीय राशन दुकानों पर वन्या नमक का वितरण किया जा रहा है। ऐसे में लोग यह कंकड़, मिट्टी युक्त नमक खा रहे हैं। जिससे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत असर हो सकता है। साथ ही पथरी जैसी बीमारी भी हो सकती है। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को नमक की जांच कराना चाहिए, ताकि लोगों को शुद्ध नमक मिल सके।
राशन दुकानों से 2006 से बांटा जा रहा नमक
जानकारों की मानें तो वन्या नमक करीब 2006 से शासकीय राशन दुकानों से लोगों को बांटा जा रहा है। राशन दुकानों पर 1 रुपए में एक किलो नमक का पैकेट हर परिवार को दिया जाता है। इसके अलावा अंत्योदय योजना के तहत गरीब परिवार को यह नमक नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे में प्रदेश की बड़ी आबादी इस नमक का सेवन कर रही है।