
सागर के रामसरोज समूह की तीर्थ दर्शन संकल्प यात्रा के तहत 87 श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था प्रयागराज महाकुंभ के लिए रवाना हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं को टिकट, सहयोग राशि और यात्रा के लिए आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया। कार्यक्रम में डीआईजी सुनील जैन, पंडित केशव महाराज मौजूद रहे।
दरअसल, नगर का रामसरोज समूह जरूरतमंद लोगों को तीर्थ यात्रा कराता है। आयोजकों ने बताया कि जो लोग किसी कारण प्रयागराज महाकुंभ में नहीं जा पा रहे हैं, उन्हें अपने तीर्थ दर्शन संकल्प के तहत समूह प्रयागराज की यात्रा करा रहा है। चार दिन पहले भी समूह ने 111 श्रद्धालुओं का पहला जत्था प्रयागराज के लिए रवाना किया था। अब दूसरे जत्थे में 87 श्रद्धालु महाकुंभ के लिए भेजे गए हैं।
कार्यक्रम में डीआईजी सुनील जैन ने कहा कि इस तीर्थ दर्शन संकल्प का लाभ जरूरतमंद लोगों को मिल रहा है। समूह के सदस्य जो कार्य कर रहे हैं, वह अपने माता-पिता के नाम से कर रहे हैं और जो काम अपने माता-पिता के नाम से किया जाए उसमें कोई व्यक्ति असफल नहीं हो सकता। पंडित केशव महाराज ने कहा कि बिना कोई शासकीय मदद के समूह के सदस्य जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहा है।
अब तक 5 हजार जरूरतमंदों को कराई यात्रा
समाजसेवी संजीव केसरवानी ने कहा कि यह महाकुंभ 144 वर्षों बाद आया है। रामसरोज समूह का प्रयास है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग कुंभ में स्नान कर सकें और वहां की दिव्यता का अनुभव कर सकें। आज प्रयागराज का दूसरा जत्था रवाना किया जा रहा है। अब तक समूह 5 हजार से अधिक जरूरतमंदों को अलग-अलग तीर्थों की यात्रा करा चुका है।
समाजसेवी शैलेश केसरवानी ने बताया कि प्रयागराज की यात्रा करने में रामसरोज समूह अपने कर्तव्यों का निर्वहन रहा है। समूह के अखिलेश मोनी केसरवानी ने कहा कि महाकुंभ में ऐसे साधु, संत आए हैं, जिनके दर्शन मात्र से आपका कल्याण होना संभव है। मां गंगा, यमुना और सरस्वती की दिव्य धाराओं के संगम में आस्था की डुबकी लगाना सौभाग्य की बात है।
इस दौरान समाजसेवी बबिता संजीव केसरवानी, गीता शैलेश केसरवानी, श्वेता अखिलेश मोनी केशरवानी, नवीन भारती केसरवानी, अखिलेश गौर, अभिषेक गौर, हेमंत रैकवार, आनंद सोलंकी, निश्चय सोनी, डालचंद्र रैकवार, देवेंद्र रैकवार, देवेंद्र कुर्मी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।