
दमोह जिले की जेरठ चौकी क्षेत्र में हुए गोलीकांड का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना चौकी क्षेत्र के हिनौता निवासी शुक्ला परिवार को फंसाने के लिए की गई थी।
पथरिया टीआई सुधीर बेगी के अनुसार, मामला शुरू से संदिग्ध लग रहा था। साइबर सेल की मदद से जब घायल हरिओम जाटव के साथियों से पूछताछ की गई तो साजिश का खुलासा हुआ। विशाल जाटव, शिवा जाटव, नत्थू सिंह और शुभम जाटव ने हिनौता क्षेत्र के शुक्ला परिवार को फंसाने की योजना बनाई थी।
जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी विक्रम लोधी का शुक्ला परिवार से हत्या का केस चल रहा है। विक्रम ने सोचा कि अगर शुक्ला परिवार पर धारा 307 का झूठा केस दर्ज होगा तो वे राजीनामा करने को मजबूर हो जाएंगे।
विक्रम ने हरिओम जाटव सहित दमोह के मागंज वार्ड के अपने छह साथियों के साथ योजना बनाई। 19 फरवरी को जब राजेंद्र शुक्ला, अभिलाष पटेल के साथ झिरा गांव में क्रिकेट खेलने गए थे, तब विक्रम ने उनकी पहचान कराई। खेल के बाद आरोपियों ने पेट्रोल खत्म होने का बहाना बनाकर राजेंद्र को रोका। विक्रम ने राजेंद्र की बाइक की चाबी निकाली और छोटू जाटव ने अपने साथी हरिओम को जांघ में गोली मार दी। पुलिस ने नत्थू लोधी, विशाल जाटव, शिवा अहिरवार और शुभम जाटव को गिरफ्तार कर लिया है। विक्रम लोधी, नवीन बौद्ध और हरिओम की तलाश जारी है।