
दमोह जिले में मडियादो थाना क्षेत्र के चोरड्या गांव के जंगल में एक महिला घायल अवस्था में मिली। महिला उत्तर प्रदेश के महोबा जिले की रहने वाली मन्नो कुशवाहा है।
मन्नो ने बताया कि तीन साल से बबलू कुर्मी से दोस्ती थी। पहले मैंने बबलू की बंटाई पर खेती ले थी। फिर मैंने छोड़ दी थी क्योंकि इसकी हरकत खराब थी। फिर मैं अपने पति के साथ मजदूरी करने दिल्ली चले गए। बबलू ने शादी का वादा करके एक हफ्ते पहले उसे टीकमगढ़ बुलाया। कहा कि अगर तुम नहीं आयोगी तो मैं जान दे दूंगा और तुम फिर जेल जाओगी।
रात में महिला को जंगल में फेंका
उसके बाद बबलू ने नौगांव में कमरा लिया। दो से तीन दिन हम वही रहे। फिर दो से तीन दिन हम खरगापुर में रहे। फिर हम यहां आए। शुक्रवार को मेरी तबीयत खराब थी। मेरी 4 साल की बेटी पूजा को भी बुखार था। इसके बाद वह दवाई लाया। बबलू ने हम दोनों को टैबलेट दी और सीरप पिलाई। फिर हम बेहोश हो गए। मुझे नहीं पता कि मेरी बेटी कहा है? बबलू अपने चचेरे भाई तुलसी के साथ जीप में बैठाकर छतरपुर लाया और देर रात जंगल में ले जाकर खाई में फेंक दिया।
पुलिस बच्ची की तलाश कर रही
ग्रामीणों ने सड़क किनारे कराह रही महिला को देखा और पुलिस को सूचना दी। मडियादो थाना प्रभारी बृजेश पांडे ने बताया कि महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके पति को सूचित कर दिया गया है। महिला की 4 साल की बेटी पूजा का कहीं पता नहीं चला है। आशंका है कि आरोपी उसे अपने साथ ले गए हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

पीड़ित
महिला मन्नो कुशवाहा यूपी के महोबा की रहने वाली है।