
रीवा में तीन तलाक की शिकायत लेकर एसपी कार्यालय पहुंची महिला ने ये बाते कहीं। पीड़िता के मुताबिक उसके पति ने उसे मौखिक तलाक दिया और उसे घर से निकाल दिया। जिसके बाद से लगातार वह थाने और एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही है। पूरे मामले में महिला ने फिर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। महिला का कहना है कि जिस तरह से मेरे पति ने मुझे तीन तलाक दिया और घर से निकाल दिया है। मेरी मांग तत्काल सुनी जाए। वहीं मामले में पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के कथन लिए जा रहे हैं। दोनों पक्षों के कथन लेकर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
महिला थाना प्रभारी निशा मिश्रा ने बताया कि अनबन के साथ ही महिला का पति उसे खर्च भी नहीं देता था। जिससे पीड़ित महिला थाने में शिकायत लेकर आई है। मामले में संभव वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पीड़िता की सभी बातों को थाने में गंभीरता से सुना गया है।
बच्ची को लेकर सड़क पर भटकती रही
पीड़ित महिला ने बताया कि मेरी शादी 2020 में नुशरत नूर खान से हुई थी। शादी के लगभग 1 साल तक सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा। लेकिन तकरीबन डेढ़ साल से हम दोनों के बीच में कुछ ठीक नहीं रहा। मेरे पति आए दिन मुझे घर से निकल जाने के लिए कहते थे। वह कहते थे कि मैं मन से तुम्हें तलाक दे चुका हूं। अब फिर मौखिक रूप से भी तलाक दे रहा हूं।
सप्ताहभर पहले उन्होंने मुझे तकरीबन 1:30 बजे तीन बार तलाक-तलाक-तलाक कहा। इसके बाद उन्होंने मुझे घर से बाहर निकाल दिया। मैं अपनी 2 साल की बच्ची को लेकर काफी देर तक सड़क पर भटकती रही। इसके बाद मैंने पूरी आप बीती अपने पिता को सुनाई। इसके बाद मेरे पिता ने मुझे घर आने के लिए कहा। घटना के बाद से मैं अपने पिता के घर रह रही हूं। 2 दिन का समय हो गया है मैं डरी सहमी हुई हूं। महिला ने बताया कि 2 साल पहले मैं जब डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुई तो मेरे पति मुझे देखने तक नहीं आए। मैं अस्पताल के बेड में लेटे-लेटे उनका इंतजार करती रही। कई बार उनको फोन करने की कोशिश भी की।
मुझे अपने कमरे से भी निकाल दिया था
मेरे पति ने भले ही अभी मुझे घर से निकला हो, लेकिन वह मुझे 3 माह पहले ही अपने कमरे से निकाल चुके थे। निकाह के बाद सभी मियां बीवी एक ही कमरे में रहते हैं। एक दूसरे के दुख सुख का सहारा बनते हैं। लेकिन मुझे घर के भीतर ही इधर से उधर भगाया जा रहा था। पति ने अपने कमरे से तो पहले ही निकाल दिया था। फिर कभी मुझे ऊपर के कमरे में रहने के लिए भेजते थे तो कभी नीचे के कमरे में रहने के लिए भेजते थे। मुझे एक बीवी की तरह नहीं घर के नौकर की तरह ट्रीट किया जाता था। फिर भी मैं सोचती थी कि आखिरकार वह मेरे पति हैं। मुझे उन्हीं के साथ में जिंदगी बितानी है। आज नहीं तो कल वह जरूर समझेंगे। मेरी भावनाओं और मेरे प्यार की कद्र करेंगे। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया। मैं घर के किसी कोने में पड़ी रहती थी। यह भी उनसे नहीं देखा गया तो उन्होंने तीन तलाक देकर धक्के मार कर ही घर से बाहर निकाल दिया।
जब प्रेग्नेंट थी तब घसीट कर मारा
मुझे केवल तीन तलाक देकर घर से ही नहीं निकाला बल्कि मेरे साथ कई बार बर्बरता पूर्वक मारपीट की जा चुकी है। मैं जब 6 माह की प्रेग्नेंट थी तो मेरे पति ने मुझे घसीट-घसीट कर मारा था। वह मुझे बोलता था कि तू घर से निकल जा तू अपने मायके चले जा।
पहले तो उसने मुझसे बिना सोचे समझे निकाह कर लिया। मैं पढ़ी-लिखी थी और उससे उम्र में 8 साल छोटी थी। जबकि मेरा पति कम पढ़ा लिखा था। लेकिन मैंने कभी इस बात की धौंस नहीं दिखाई। बराबर उसका आदर और सम्मान करती रही। उसने जैसे और जिन परिस्थितियों में मुझे रखा मैं उसी हिसाब से ढल गई। वह मेरे साथ कई बार बुरी तरह से मारपीट कर चुका है। एक बार तो उसने मुझे बुरी तरह से लात घुसे और डंडे से भी पीटा था।
पति बोला-महिला के आरोपों में नहीं सच्चाई
पूरे मामले में महिला के पति नुशरत नूर खान का कहना है कि महिला के आरोपों में सच्चाई नहीं है। पारिवारिक मामला है। मैं इस पर ज्यादा बात नहीं करना चाहता। घर का मसला बाहर चर्चा नहीं करना चाहता।
