
दमोह के सीता बाबड़ी क्षेत्र में गर्भवती गाय की हत्या के मामले में कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने शनिवार को इन आरोपियों का जुलूस निकाला।
इस दौरान ‘गाय हमारी माता है, गाय काटना पाप है, पुलिस हमारी बाप है’ के नारे लगा रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जुलूस देखने पहुंचे। आरोपियों को मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट ले जाया गया। यहां वकीलों ने विरोध जताकर नारेबाजी की। वकीलों ने आरोपियों को पीटने की भी कोशिश की।
पुलिस के अनुसार ये आरोपी पहले भी कई बार इसी तरह के अपराध कर चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों में फरदीन खान, सफीक खान, साहिल कुरेशी, समीर खान, समीर कुरेशी, पप्पू कुरैशी, शादाब खान, कल्लू कसाई, शमशेर और नवाजिश कुरैशी के अलावा एक महिला रेखा शामिल है।
कोर्ट में भड़क गए वकील
पुलिस आरोपियों को मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट स्नेहा सिंह की कोर्ट में लेकर पहुंची। यहां मौजूद वकीलों ने भी उनके खिलाफ प्रदर्शन किया। वकीलों का कहना है कि कोई भी अधिवक्ता इन गो हत्यारों का केस नहीं लड़ेगा। आरोपियों को देखकर वे उग्र हो गए। इस दौरान पुलिस को काफी मशक्कत कर आरोपियों को न्यायालय कक्ष में पहुंचना पड़ा।
जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कमलेश भारद्वाज ने कहा कि अधिवक्ताओं से अपील की है कि कोई भी इन आरोपियों का केस नहीं लड़े। अधिवक्ता श्याम विश्वकर्मा ने कहा कि यदि प्रशासन 5 मिनट का अवसर दे, तो यह बदमाश गाय तो क्या, मच्छर मारना भूल जाएंगे।
सुरक्षा घेरा बनाकर निकाला बाहर
पेशी के बाद पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाकर आरोपियों को कोर्ट से बाहर गाड़ी में बिठाया। इसके बाद जेल भेज दिया गया। इस दौरान अधिवक्ता सुधा हजारी समेमत अन्य ने गुस्सा जाहिर किया। आरोपियों को पीटने का भी प्रयास किया। न्यायालय कक्ष से चंद कदम की दूरी तय कर आरोपियों को पुलिस वैन ले जाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
