
जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कृषि संकाय के छात्रों ने प्रदर्शन किया है। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की मान्यता के बिना ही बीएससी कृषि का कोर्स शुरू कर दिया।
चार साल का कोर्स पांच-छह साल में पूरा करवाने के प्रयास से नाराज छात्रों ने कुलपति प्रो. राजेश वर्मा के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कृषि संकाय की मान्यता और शैक्षणिक कैलेंडर को सही करने की मांग की। छात्रों ने चेतावनी दी है कि मांगें नहीं मानी गईं तो वे कोर्ट जाएंगे।
विश्वविद्यालय ने छात्रों को प्रवेश तो दे दिया, लेकिन आवश्यक सुविधाएं नहीं जुटाईं। कृषि संकाय के लिए आवंटित भवन में न तो प्रैक्टिकल लैब है और न ही नियमित प्राध्यापक। अनुसंधान के लिए खेत-खलिहान की व्यवस्था भी नहीं है।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि आईसीएआर की मान्यता के लिए प्रयास जारी हैं। सरकार से मिली 20 करोड़ रुपए की अनुदान राशि से लैब और अन्य संसाधन जुटाए जाएंगे। इससे छात्र-छात्राओं की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।