
खंडवा में दादाजी मंदिर के नए निर्माण को लेकर फैसला हो गया है। कलेक्ट्रेट में रात 8 बजे तक चली बैठक में निर्णय हुआ कि दादा दरबार मंदिर का निर्माण उच्च क्वालिटी के मार्बल से होगा। इसकी अनुमानित लागत 100 करोड़ रुपए आंकी गई है। मीटिंग के दौरान ही 37 करोड़ रूपए दान की घोषणा हुई।
सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की अध्यक्षता में कलेक्टर ऋषव गुप्ता, एसपी मनोज कुमार राय ने दादा दरबार ट्रस्ट और छोटे सरकार समर्थकों के बीच सहमति बनाई। खास बात यह है कि मंदिर के मॉडल में 108 खंभे होंगे। 84 खंभे ओपन रहेंगे और 24 खंभे दोनों समाधिस्थल और नर्मदा मैया के मंदिर की दीवारों में कवर्ड होंगे। मंदिर के निर्माण में डेढ़ नंबर मकराना के मार्बल का इस्तेमाल होगा। दादा दरबार मंदिर नियमावली के अनुसार मंदिर निर्माण के लिए दान मांगा नहीं जाएगा, लोग स्वेच्छा से दान करेंगे।
मीटिंग में 37 करोड़ रुपए दान की घोषणा हुई
मीटिंग के दौरान मंदिर निर्माण के बजट को लेकर चर्चा के बाद न्यूनतम 70 करोड़ रूपए और अधिकतम 100 करोड़ रुपए की लागत का आकलन किया गया। इसी बीच दादा दरबार ट्रस्ट, छोटे सरकार समर्थक और पटेल सेवा समिति ने मंदिर निर्माण में फंड का खुलासा किया। ट्रस्ट ने सात करोड़ रूपए, पटेल सेवा समिति ने सात करोड़ और छोटे सरकार समर्थकों ने 23 करोड़ रूपए की उपलब्धता बताई है। इस तरह कुल 37 करोड़ रूपए की घोषणा की गई।
राम नवमी तक होगी निर्माण समिति की घोषणा
मीटिंग में फैसला लिया गया कि मंदिर निर्माण को लेकर एक समिति बनेगी, जिसमें राजनीतिक, प्रशासनिक और शहर के गणमान्य नागरिकों के साथ सभी पक्षों से नामित सदस्य, एक्सपर्ट शामिल होंगे। इस समिति का संचालन दरबार ट्रस्ट के नियमों के मुताबिक होगा। ट्रस्ट मुख्य भूमिका में रहेगा, वहीं मंदिर निर्माण के बाद समिति स्वतः ही समाप्त हो जाएगी। इस समिति की घोषणा रामनवमी तक होगी। इसके अलावा एक समिति मंदिर निर्माण सलाहकार समिति का गठन भी किया जाएगा।
सभी पक्ष सहमत, फैसले के बाद मिठाई बांटी
मंदिर निर्माण के मॉडल, पत्थर के उपयोग, बजट आदि को लेकर सभी पक्षों ने सहमति जताई। मीटिंग के दौरान मिठाई बांटी गई और अतिथियों को दुपट्टा पहनाया गया। मीटिंग का समापन दादा धूनीवाले के जयकारों से हुआ। इस दौरान विधायक कंचन तनवे, नारायण पटेल और महापौर अमृता यादव मौजूद रहीं।

