
सागर के सिविल लाइन स्थित राधा रमण हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट के संचालक के खिलाफ गोपालगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई महिला एवं बाल विकास अधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी की शिकायत पर की गई है। पुलिस के अनुसार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने थाने में लिखित शिकायती आवेदन दिया था।
जिसमें उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल को मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य, बाल कल्याण समिति, शिक्षा कौशल विभाग, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ राधारमण हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट का औचक निरीक्षण किया था।
निरीक्षण में पाया गया कि संस्था के द्वारा नर्सिंग अस्सिटेंट, वार्डबॉय, जनस्वास्थ्य रक्षक आदि पाठ्यक्रमों के सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन किया जा रहा है। जिसके संबंध में संस्था से मान्यता प्राप्त संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए बोला गया। लेकिन संस्था के द्वारा किसी भी प्रकार के मान्यता प्राप्त संबंधी और अध्ययन संबंधी दस्तावेज मौके पर उपलब्ध नहीं कराए गए। साथ ही संस्था के बाहर कौशल विकास पाठ्यक्रम अध्ययन संबंधी जो बोर्ड लगाया गया है, उस संबंध में भी संस्था के द्वारा कोई वैध व प्रमाणीकरण, मान्यता संबंधी दस्तावेज पेश नहीं किए गए।
फर्जी तरीके से बनाए जा रहे थे सर्टिफिकेट
मौके पर उपस्थित आईटीआई सागर के कर्मचारी अनुराग पाठक और अशोक डागोर ने बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना करीब 8 साल से बंद है। फिर भी उस योजना के तहत फर्जी कोर्स का संचालन कर संस्था के द्वारा उसके नाम से फर्जी सर्टिफिकेट बांटे जा रहे हैं। कौशल विकास अधिकारी अनुराग पाठक और अशोक डागोर के द्वारा भी उक्त सर्टिफिकेट को फर्जी बताया गया।
मौके पर मौजूद संस्था के स्टाफ से संस्था के संचालक सुनील नेमा की उपस्थिति के संबंध में पूछा गया। लेकिन संचालक मौके पर उपस्थित नहीं हुए और न ही मौजूद स्टाफ के द्वारा संस्था संचालन करने संबंधी कोई भी वैध दस्तावेज पेश किए गए।