
सागर में अप्रशिक्षित और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर संदीप जीआर ने टीम गठित कर उक्त झोलाछाप डॉक्टरों की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत टीम ने झांसी रोड पर कजलीवन स्कूल के सामने स्थित क्लीनिक पर दबिश दी। जहां कार्रवाई करते हुए बगैर पंजीयन के होम्योपैथी डॉक्टर एलोपैथी का बोर्ड लगाकर इलाज करते पाया गया। जिसका तत्काल पंचनामा बनाकर क्लीनिक को सील किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर ममता तिमोरे ने बताया कि कलेक्टर ने जिले में कोई भी झोलाछाप या फर्जी डॉक्टर पाया जाता है तो उस पर पुलिस कार्रवाई कराने के निर्देश दिए है। इसी के तहत यह कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के लिए टीम बनाई गई है। नोडल अधिकारी डॉक्टर देवेश पटेरिया, विनोद नामदेव सहित अन्य अधिकारी सदर इलाके में पहुंचे। जहां होम्योपैथी डॉक्टर इनाम खान अपनी क्लीनिक पर एलोपैथी का इलाज करते हुए पाए गए। क्लिनिक पर एलोपैथी इलाज के बोर्ड भी लगे हुए मिले।
एलोपैथी दवाइयां, इंजेक्शन भी उनकी क्लीनिक से बरामद हुई हैं। जिसको लेकर क्लिनिक को तत्काल रूप से सील किया गया है। साथ ही डॉक्टर इनाम खान को आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
तीन दिन में जिले के नर्सिंग होम, अस्पतालों की होगी जांच
दरअसल, दमोह में फर्जी डॉक्टर का खुलासा होने के बाद कलेक्टर संदीप जीआर ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी नर्सिंग होम एवं संचालक, अन्य डॉक्टरों की बैठक लेकर निर्देशित किया है कि सभी अपने-अपने नर्सिंग होम, क्लीनिक में यह सुनिश्चित करें कि कोई भी डॉक्टर फर्जी डिग्री के साथ प्रेक्टिस तो नहीं कर रहा है।
उन्होंने सभी को निर्देश दिए है कि 3 दिन में सभी जानकारियां मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी निर्देश दिए गए है कि वह तीन दिन में सभी नर्सिंग होम और अन्य अस्पतालों का निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच करें।
