
सागर के बंडा में इलाज के दौरान महिला मरीज की मौत हो गई। महिला की मौत पर परिवार वालों ने गुरुवार को हंगामा कर दिया। उन्होंने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बरा चौराहे पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश देकर लोगों को शांत कराया। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच करने का आश्वासन दिया है।
पुलिस के अनुसार, फरियादी हरदेव पिता बल्ली आदिवासी निवासी जगथर ने थाने में शिकायत करते हुए बताया कि 15 अप्रैल को मैं अपनी मां देवकाबाई पति बल्ली आदिवासी उम्र 60 साल को तबीयत खराब होने पर अरिहंत हॉस्पिटल में इलाज कराने ले गया था। उन्हें उल्टियां हो रही थी। जहां इलाज कराया। इलाज कराने के बाद मां को घर ले गए।
इसके बाद 16 अप्रैल को उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर उन्हें फिर हॉस्पिटल ले गए। जहां इलाज हुआ। करीब 4 घंटे तक भर्ती रखा गया। जिसके बाद उन्होंने सागर रेफर कर दिया। सागर ले जाने का बोला तो हम लोग मां को बंडा अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टर ने चेकअप कर मां को मृत घोषित कर दिया। मामले में मृतका के परिजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांगमामले में की सूचना पर पुलिस ने शव का पंचनामा बनाया। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिवार वालों को सौंप दिया गया। जिसके बाद परिवार वाले शव लेकर बरा चौराहे पर पहुंचे और सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। वे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सूचना मिलते ही एसडीओपी शिखा सोनी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और समझाइश देकर लोगों को शांत कराया। मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिवार के लोग माने और चक्काजाम खोला गया। इस दौरान करीब 2 घंटे तक चौराहे पर यातायात प्रभावित रहा।