
मोतीनगर क्षेत्र के दो लकड़ी के टालों पर वन विभाग की छापेमार कार्रवाई पूरी हो गई है। इसमें 70 घनमीटर अवैध सागौन जब्त की गई है, जिसकी बाजार कीमत करीब 40 लाख रुपए है। कार्रवाई में एक आरोपी गिरफ्तार हुआ है, जबकि एक फरार है।
कार्रवाई उत्तर बैतूल वनमंडल के खारी बीट क्षेत्र में सागौन की अवैध कटाई के मामले से जुड़ी है। गिरफ्तार कुख्यात तस्कर राजू वादिवा और अन्य 15 आरोपियों से पूछताछ में सागर में सप्लाई की जानकारी सामने आई। इसके बाद बैतूल वन विभाग की टीम प्रशिक्षु आईएफएस विनोद जाखड़ के नेतृत्व में सागर पहुंची और सागर वन विभाग की टीम के साथ मिलकर मोतीनगर चौराहा स्थित कुंजबिहारी मिश्रा सॉ मिल और श्रीकृष्ण सॉ मिल पर दबिश दी।
दो ट्रक सहित भारी मात्रा में लकड़ी जब्त
कार्रवाई में दोनों सॉ मिलों से दो ट्रक समेत भारी मात्रा में सागौन जब्त किया गया। मौके से कुंजबिहारी मिश्रा सॉ मिल के प्रबंधक जगदीश श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मालिक अमित मिश्रा फरार है। उसकी तलाश जारी है। मुख्य वन संरक्षक सागर वृत्त रिपुदमन सिंह भदौरिया के निर्देश पर दोनों सॉ मिलों को सील कर प्रकरण दर्ज किया गया।
18 अक्टूबर की रात पकड़े गए तस्करों से शुरू हुई जांच
इस पूरे मामले की शुरुआत 18 अक्टूबर 2024 को खारी बीट में हुई छापेमारी से हुई थी, जब ट्रक में लोड किए जा रहे बड़े-बड़े सागौन के लट्ठे पकड़े गए थे। तस्कर मौके से फरार हो गए थे, लेकिन जांच में पता चला कि सागौन की सप्लाई सागर के लिए हो रही थी। बाद में नीमपानी के शेख अफजल और पाढर के सोनू मुइनुद्दीन को पकड़ा गया, जो रेकी का काम कर रहे थे।
कुख्यात तस्कर राजू वादिवा पर 40 से ज्यादा केस
बाद में इसी मामले में मंडीदीप के राम मेहरा को और फिर 27 फरवरी को सिंडिकेट के सरगना राजू वादिवा को गिरफ्तार किया गया। राजू पर 28 पुलिस और 16 वन अपराध दर्ज हैं। वह 1997 से सागौन तस्करी से जुड़ी कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वन विभाग अब पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटा है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
