
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में शुरू हो रहे विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत सागर जिले में गुरुवार से हो रही है। यह अभियान 12 जून तक चलेगा और जिले के 59 ग्रामों में संचालित किया जाएगा। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक गांवों में जाकर किसानों से सीधा संवाद करेंगे।
क्या है अभियान का उद्देश्य?
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को नवीन कृषि तकनीकों, सरकारी योजनाओं, फसल नवाचारों के बारे में जानकारी देना है। इसके साथ ही उन्नत कृषि तकनीकों को खरीफ मौसम के लिए अपनाने, प्राकृतिक खेती, फसल विविधिकरण और कृषि ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देना भी शामिल है।
कलेक्टर ने बनाई कार्ययोजना
कलेक्टर संदीप जीआर ने अभियान की रूपरेखा तय करने के लिए कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य, कृषि अभियांत्रिकी विभागों और कृषि वैज्ञानिकों के साथ बैठक की। जिले में तीन टीमें बनाई गई हैं, जो रोजाना 2-3 ग्राम पंचायतों में जाकर अभियान चलाएंगी।
अभियान में होंगे ये प्रमुख बिंदु
मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर संतुलित खाद उपयोग की जानकारी। किसानों द्वारा किए गए नवाचारों को वैज्ञानिकों तक पहुंचाना। प्राकृतिक खेती, धान की सीधी बुवाई, सोयाबीन मशीनीकरण जैसी तकनीकों का प्रचार। ऑडियो-विजुअल माध्यमों से प्रशिक्षण। कृषि ड्रोन का लाइव डेमो।
अभियान में भाग लेने वाले विभाग और संस्थाएं
- कृषि विज्ञान केंद्र
- कृषि महाविद्यालयों के वैज्ञानिक
- ICAR संस्थान के विशेषज्ञ
- कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य, कृषि अभियांत्रिकी विभाग
- एनपीएसएस के पौध संरक्षण अधिकारी
- प्रगतिशील किसान, कृषि उद्यमी
- एफपीओ, एफआईजी और स्वयं सहायता समूहों के सदस्य
किसानों को मिलेगा लाभ
इस अभियान से किसानों को खेती में नवाचार और सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी। साथ ही उन्हें अपनी उत्पादन तकनीक में सुधार करने और आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।