
दमोह में एक युवक को बस में पीटने का मामला सामने आया है। आरोप एक नर्स पर है। उसने शख्स को बस की सीट पर चढ़कर लातें मारी और गालियां दीं।
घटना 9 जून को रनेह उप स्वास्थ्य केंद्र की है। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। नर्स ने युवक पर छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद रविवार को ओबीसी महासभा के सैकड़ों लोगों ने रनेह थाने का घेराव कर दिया।
वे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और नर्स की बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। इधर, इस मामले में एसपी ने दो पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया है। वहीं नर्स के खिलाफ भी मारपीट का केस दर्ज कर लिया है।
पीड़ित बोला- गर्भवती पत्नी को लेकर गया था अस्पताल
पीड़ित महेंद्र लोधी ने बताया कि वह पन्ना जिले के मुहरा टपरियन गांव का रहने वाला है। अपनी 9 महीने की गर्भवती पत्नी को लेकर रनेह उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा था।
वहां नर्स नीलम यादव से इलाज की गुहार लगाई। नर्स ने अगले दिन आने को कहा। पत्नी की तकलीफ को देखते हुए मैंने फिर विनती की। इस पर नर्स ने गुस्से में आकर अपशब्द कहे।
बस रुकवाकर नर्स ने युवक से की मारपीट
पीड़ित ने बताया कि जब मैं अपनी पत्नी के साथ बस में बैठकर घर जाने लगा, तो नर्स ने बस रुकवाकर मेरे साथ मारपीट की। 11 जून को महेंद्र वीडियो लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा। जांच में रनेह थाने के दो पुलिसकर्मियों की लापरवाही पाई गई।
एएसपी बोले- नर्स के खिलाफ भी एफआईआर
एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा का कहना है की रनेह घटना के मामले में दो पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है। उनकी जांच की जा रही है। वहीं नर्स के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है। थाने का घेराव कर रहे लोगों को प्रशासनिक अधिकारी मनाने में जुटे हैं।
नर्स ने कहा- मेरा हाथ पकड़ा, गाली-गलौज की
नर्स नीलम यादव ने कहा कि महेंद्र 9 जून को अस्पताल आया था। वह गेट के सामने खड़ा हो गया। जैसे हम अन्य मरीजों के परिजन से बोलते हैं, मैंने उनसे भी कहा आप बैठ जाओ। मैंने उनसे पूछा भैया क्या दिक्कत है, तो उन्होंने कुछ नहीं बताया।
वह खुद के सीने पर हाथ रखने लगे तो मुझे लगा शायद उनके सीने में दर्द हो रहा हो। मैंने अस्पताल के सुरक्षा गार्ड को दवा लाने भेजा। जैसे ही गार्ड राहुल दवा लेने स्टोर रूम में गया तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। मैंने गार्ड को आवाज लगाई तो वह भाग गया। गार्ड यहां से उसके पीछे भागा। उसके बाद वह बस मैं बैठकर निकल गया।
नर्स बोली- मेरे साथ की छेड़खानी
नर्स ने कहा कि मेरा हटा से रनेह रोज का आना-जाना है। एक ही बस चलती है। मैंने बस वाले भैया को फोन लगाया। मैंने पहचान बताई। इसके बाद ड्राइवर ने बस रोकी। फिर मैं वहां पर गई। मेरे साथ छेड़खानी हुई थी। तो मैं डरी हुई थी और गुस्से में भी थी। मैं बस में गई उस युवक से मैंने बात की।
युवक के साथ गर्भवती महिला नहीं थी
नर्स ने कहा कि मैंने उससे पूछा कि मेरे साथ आपने ऐसा क्यों किया तो उसने फिर मेरे साथ गाली-गलौज की। फिर से मेरा हाथ पकड़ा। तब मैंने उससे मारपीट की। उसके पास गर्भवती महिला न कार्ड था, न ही कोई दवा का पर्चा था। वो भैया खाली हाथ आए थे। उनके साथ कोई गर्भवती महिला नहीं थी। मैंने थाने में कार्रवाई करने आवेदन दिया है। वह शराब के नशे में अस्पताल आए थे।